जमशेदपुर : टाटा स्टील के ई-ब्लास्ट फर्नेस में 3 मार्च की सुबह अचानक भीषण आग लग गई, जिससे पूरे प्लांट में अफरातफरी मच गई. आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ देर के लिए प्रोडक्शन पर असर पड़ा. हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस हादसे में किसी भी कर्मचारी को चोट नहीं आई और ना ही कोई बड़ा जान-माल का नुकसान हुआ।
हादसे के कारण का खुलासा…..
सूत्रों के अनुसार, 2 मार्च की शाम करीब 7:30 बजे ब्लास्ट फर्नेस में मेजर शटडाउन लिया गया था. यह प्रक्रिया योजना के मुताबिक चल रही थी, लेकिन गर्म धातु का ड्रेनेज लगातार जारी रहा और पूरी रात लैंसिंग की प्रक्रिया होती रही. रातभर तरल धातु के दबाव से ब्लास्ट फर्नेस के अंदर तनाव बढ़ता रहा. इसी दौरान, अचानक एक ब्लो पाइप अपनी जगह से हट गया, जिससे गर्म धातु और कोक का नियंत्रण बिगड़ गया. इसके परिणामस्वरूप कास्ट हाउस क्षेत्र और आसपास के कुछ ज्वलनशील पदार्थों में आग लग गई।
आपातकालीन टीम की तत्परता….
आग की खबर मिलते ही प्लांट में आपातकालीन सेवाओं को तुरंत बुलाया गया. प्लांट के गैस नेटवर्क और ब्लोअर हाउस को तत्काल बंद कर दिया गया, ताकि आग और न फैले. कुछ ही देर में स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया और बड़े नुकसान से बचा गया।
प्रोडक्शन पर पड़ा असर……
इस हादसे की वजह से टाटा स्टील के प्रोडक्शन पर कुछ समय के लिए असर जरूर पड़ा, लेकिन जल्दी ही काम को फिर से शुरू कर दिया गया. वर्तमान में, साइट की स्थिति और क्षति का आकलन किया जा रहा है, ताकि आउटेज अवधि तय की जा सके।