जमशेदपुर : सावन की अंतिम सोमवारी पर जमशेदपुर में आस्था का सैलाब देखने को मिला। इस अवसर पर शहर में कांवर और कलश यात्राएं निकाली गईं, जिसमें बड़ी संख्या में शिवभक्त शामिल हुए। बागबेड़ा बड़ौदा घाट से शीतला माता मंदिर स्थित चिंताहरण महादेव गड़ाबासा तक निकाली गई विशाल कांवड़ यात्रा में भक्तों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
कांवड़ यात्रा के मुख्य आकर्षण:
– शिवभक्तों की भागीदारी: बड़ी संख्या में शिवभक्तों ने कांवड़ यात्रा में भाग लिया और भगवान शिव के जयकारों से शहर को गुंजायमान किया।
– जलाभिषेक और रुद्राभिषेक : मंदिरों में जलाभिषेक और रुद्राभिषेक किया गया, जिससे भक्तों को आध्यात्मिक शांति मिली।
– भोग वितरण : मंदिर परिसर मे कतार बद्ध तरिके से सभी बम कावरियो ने जलाभिषेक किया उसके बाद सभी क़ो शरबत और केला प्रसाद के रूप मे वितरण किया गया।
– संगीत और नृत्य : कांवड़ यात्रा में सांब-सांब भोले के जयकारों के साथ भक्तों ने जमकर नृत्य किया और भगवान शिव के गीतों पर झूमते नजर आए।
– उक्त अवसर पर मुख्य रूप से पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस, समाजसेवी शिवशंकर सिँह जिला परिषद सदस्य कविता परमार, कमलेश दुबे, अप्पू तिवारी, मृत्युजय सिँह, संतोष सिँह, अरुप मल्लिक, महेश सिँह आंनदी ओझा, दिपक मल्लिक संगीता कुमारी, नीलू सिँह, समेत अन्य कावड़ियों की सेवा मे लगे रहे।
– मंदिर कमिटी के संयोजक कन्हैया सिँह ने बताया की बाबा की महिमा से लोगो का आस्था बढ़ते जा रहा और मंदिर कमिटी के सभी लोगो के सहयोग से यह सामूहिक परम्परा जो सनातन धर्म के साथ साथ आस्था और विश्वास के साथ समर्पण का समागाम हैं सभी श्रद्धांलुओं के साथ साथ राज्य के सभी लोगो के चेहरे पर ख़ुशी आये इन्ही कामनाओं के साथ सभी के एकजुटता के लिए धन्यबाद करते हैं।
– मंदिर कमिटी के सुनील पंडित, हेमंत प्रसाद, विशाल कुमार, विनय शर्मा, प्रवीण प्रसाद, संजय करुआ, रामजी शर्मा, उद्यो माधो, पप्पू प्रसाद, रवि, छटू लाल समेत अन्य मौजूद रहे।
