जमशेदपुर : मानगो सेंटर प्वाइंट स्कुल मे भगवान श्री परशुराम जन्मोत्सव के पूर्व संध्या पर शोभ यात्रा को सफल बनाने के बैठक सम्पन्न हुई, बैठक मे मुख्य रूप से दशरथ चौबे बताया की भगवान परशुराम का स्वर्णिम युग आ गया है क्योंकि सभी ब्राह्मण अपने समाज के प्रति जागृत हो गए है और यह चर्चा कर रहे है की आम जनमानस ब्राह्मण समाज के द्वारा जाग्रति की गई पद्धति पर देश विकास कर रहा है लेकिन समाजिक मजबूती और एकत्रिककरण सम्भव नहीं हो पाया है जो अब दिखने लगा है।
बैठक मे शिव प्रकाश शर्मा ने कहा की शोभा यात्रा को ऐतिहासिक बनाने के लिए समाज के हर वर्ग से सम्पर्क करना होगा तभी कार्यक्रम सफल होगा इसलिए आज के बैठक मे जूते सभी लोग युद्ध स्तर पर आज से लग जाए शोभा यात्रा को सफल बनाने मे सभी लोग एक-दूसरे परिवार. से सम्पर्क करें और इसे एक अभियान के रूप मे लेकर कार्य करें तभी सफलता मिलेगी बैठक मे अरुण पाण्डेय ने कहा की इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी युवाओ के कंधो पर जरूर है लेकिन युवा के साथ समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम को सफल बनाना होगा अन्य तैयारियो मे भगवान श्री परशुराम का सज्जित रथ होगा जिसमे प्रभु विराजमान होंगे और उनके पीछे ब्राह्मण परिवार उनके गुणगान करते हुए उनकी जयघोष करते हुए समापन स्थल पर पहुंचेगे।
कार्यक्रम पर विस्तार से चर्चा करते हुए शोभा यात्रा की अगुआई कर रहे अप्पू तिवारी ने कहा की भगवान श्री परशुराम जी मे आस्था रखने वाले कोई भी सदस्य इस शोभा यात्रा मे शामिल हो सकते है साथ ही यात्रा मे रथ, डीजे, घोड़ा, के साथ साथ झांकी और बैंड बजा यात्रा मे मुख्य आकर्षण होगा, अभिभावकों के साथ साथ युबा वर्ग भी पीला गमछा और अपने अपने अपने घर फरसा के साथ निकलेंगे जिनके घर मे फरसा नहीं है वो तलवार लेकर निकलेंगे या सनातन धर्म का सबसे सर्वोच्च ग्रंथ गीता लेकर निकलेंगे पूजा करने वाले ब्राह्मण विप्र परिधान मे होंगे मिथिला समाज अपने अलग परिधान मे होंगे महिलाये भी सभी पीला ड्रेस मे रहेंगी. इसकी तैयारी चल रही है अत्यधिक संख्या मे ब्राह्मण परिवार एकत्रित हो िस्क्स प्रयास सभी लोग करें।
बैठक मे मुख्य रूप से विष्णु भगवान पाठक, दसरथ चौबे, संतोष उपाध्यय, सुशील पांडेय, नितिन त्रिवेदी, कन्हैया ओझा, अरुण पाण्डेय, मनोज तिवारी, सौरभ विष्णु, अरुण शुक्ला, सुशील ओझा, नितेश तिवारी, राकेश दुबे, राहुल तिवारी, पवन बिहारी ओझा, नवनीत तिवारी, मनोज ओझा, मनोज गिरी अप्पू तिवारी, समेत अन्य ब्राह्मण मौजुद रहे।