जमशेदपुर। पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाडी सम्मेलन के जिला अध्यक्ष मुकेश मित्तल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाडी सम्मेलन द्वारा 16 अप्रैल मंगलवार की शाम को साकची स्थित श्री अग्रसेन भवन के सामने घालभूम क्लब मैदान में राजस्थान दिवस (आपणो राजस्थान कार्यक्रम) धूमधाम से मनाया जायेगा। इस रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। इस कार्यक्रम में राजस्थानी संस्कृति की झलक दिखेगी। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में जिला मारवाड़ी सम्मेलन की सारी शाखाएं बढ़-चढ़ कर हिस्सा के रही हैं और निमंत्रण कार्ड जन-जन तक पहुँचाने का काम कर रही है। व्हाट्सएप्प के माध्यम से भी सदस्यों को पर्सनल निमंत्रण भेजा जा रहा है। इस आयोजन में प्रवेश पूरी तरह निःशुल्क है। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए राजस्थान से कलाकार आ रहे है। इस संबंध में जिलाध्यक्ष मुकेश मित्तल ने बताया कि आपणो राजस्थान कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण कठपुतली नाच, मेहंदी, टैटू, बच्चों के लिए झूला, लाख की चूड़ी, मिट्टी के बर्तन, ऊँट की सवारी, चोखी ढाणी, राजस्थानी व्यंजन, चूर्ण, तोता पंडित, शूटिंग, सेल्फी कार्नर, बच्चों के लिए बासुरी, टॉफी कैंडी, कॉटन कैंडी, झालमुरी, चटपटी, पॉपकॉर्न, आइस क्रीम, पुचका, कचोरी चाट, बाबा चाट, मगोडी-पापड-अचार-खजला के काउंटर, राजस्थानी स्टोर इत्यादि होगा।
मुकेश मित्तल ने बताया कि आपणो राजस्थान कार्यक्रम के उद्घाटनकर्ता झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल मराण्डी होंगें। मुख्य अतिथि के तौर पर अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शिवकुमार लोहिया और सम्मानित अतिथि के तौर पर सरयू राय (विधायक, जमशेदपुर पूर्वी) एवं अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के राष्ट्रीय महासचिव श्री कैलाशपति तोड़ी जी ने अपनी स्वीकृति प्रदान की है।
मुकेश मित्तल ने कार्यक्रम में आने वाले समाज के सभी गणमान्य लोगों से वाहनों की पार्किंग आम बागान मैदान में करने का अनुरोध किया है ताकि किसी को भी परेशानी नहीं हो और सड़क जाम की स्थिति भी उत्पन्न नहीं हो। उन्होंने बताया कि इस आयोजन में पूर्वी सिंहभूम जिला के हर क्षेत्र सहित पड़ोसी जिला से भी हजारो की संख्या में समाज के बुजुर्ग, युवा एवं नारी शक्ति शामिल होंगे। उन्होंने समाज के सभी लोगों से पारम्परिक राजस्थानी परिधान में आने का अनुरोध किया है। उन्होंने यह भी बताया कि बच्चे, महिलाएं, पुरुष और युगल जोड़ी को सर्वश्रेष्ठ राजस्थानी ड्रेस पुरूस्कार से सम्मानित किया जायेगा।
मालूम हो कि राजस्थान प्रदेश की स्थापना 30 मार्च, 1949 को राजपुताना नाम से की गई थी, जिसे बाद में बदलकर राजस्थान नाम दिया गया। मारवाड़ी समाज के लिए राजस्थान दिवस एक अद्वितीय पर्व है, जो किसी भी त्योहार से कम नहीं है। यह अवसर राजस्थानी संस्कृति और राजस्थानी राज्य के गौरव को साझा करता है। चूंकि खाटू श्याम का मेला और होली का पर्व 30 मार्च के कम अंतराल में पड़ा था, इसलिये इस साल 16 अप्रैल को राजस्थान दिवस मनाने का निर्णय 07/04/2024 को अग्रसेन भवन, साकची में पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन की बैठक में लिया गया जिसमें युवा, बुजुर्ग और नारी शक्ति ने भाग लिया ताकि राजस्थान दिवस को एक यादगार पल बनाते हुए मारवाड़ी समाज की एकता का परिचय दिया जा सके।