जमशेदपुर : अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत पूरे देश में अपना “स्वर्णजयंती वर्ष” मना रहा है। इस उपलक्ष्य में अप्रैल महा मे आम नागरिकों के स्वास्थ्य के विषय को लेकर अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत कार्यरत है। ग्राहक पंचायत ने उपायुक्त जिला पूर्वी सिंहभूम को आवेदन दिया और उनके संज्ञान में मिलावटी दूध के संदर्भ में कुछ निम्नांकित बिंदु रखा है और अपेक्षा करता है कि उनका समुचित समाधान एवं कार्यवाही हो। दूध मे हो रहे मिलावट के रोकथाम के लिये और जन जागरूकता के उद्देश्य से अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत ने आवेदन पत्र से मांग की है कि’
1. जिले में फूड टेस्टिंग मोबाइल वैन होनी चाहिए।
2. दूध एवं खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने हेतु फ्लाइंग स्क्वायड का गठन होना चाहिए,
जिसमें एक प्रतिनिधि ग्राहक संगठन का भी शामिल हो ।
3. जिले में सैंपल की जांच हेतु प्रत्येक प्रखंड स्तर पर प्रशासन की ओर से एक
”निशुल्क ओपन टेस्टिंग सेंटर” , (खुला जांच केंद्र) होना चाहिए ।
4. जिलें में पर्याप्त फूड इंस्पेक्टर नियुक्त किये जाये, जिससे त्वरित कार्यवाही की जा सके।
5. प्रशासन की ओर से जांच करने पर जब दूध में मिलावट की मात्रा पाई जाती है तो, इसका बृहत रूप से प्रचार – प्रसार सोशल मीडिया , अखबार आदि के माध्यम से होना चाहिए, ताकि आम नागरिक तक जागृति हो ।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत मिलावट दूध से संबंधित आज जिला पूर्वी सिंहभूम उपायुक्त कार्यालय में आवेदन देने पहुँचे जिला उपाध्यक्ष श्री मनोज लकड़ा, विधि आयाम के सदस्य अधिवक्ता सूरज प्रकाश, अधिवक्ता सुमित चंद्र पोद्दार, अवधेश कुमार, गौरव कुमार एवं अन्य सदस्य उपस्थित थे।