जमशेदपुर : झारखंड की 14 सीटों पर भाजपा की स्थिति तबतक काफी मजबूत थी, जबतक प्रत्याशियों के नाम का एलान पार्टी द्वारा नहीं किया गया था। लेकिन नाम के एलान के साथ पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने झारखंड को जिस तरह से अपने प्रयोग का स्थल बनाया, बैठे-बिठाए कई सीटों पर कांग्रेस को मुकाबले में ला खडा कर दिया है. ऐसे में भाजपा को अपने एक-एक सीट पर जीत सुनिश्चित करने के लिए मशक्कत करनी पड़ेगी, क्योंकि टिकट बंटवारे ने न केवल भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं को नाराज किया है, बल्कि भाजपा के परंपरागत वोटर रहे राजपूत, कायस्थ, कोयरी- कुशवाहा को भी मानने के लिए काफी जद्दोजहद करना होगा।
कई लोकसभा क्षेत्रों में भाजपा की अंतरिम सर्वे रिपोर्ट लीक होने से भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी नाराज़गी है क्योंकि जिन उम्मीदवारों को टिकट मिला है. सर्वे के अनुसार वो टिकट की रेस में नहीं थे. इन तमाम चीज़ों को देखते हुए सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इन सभी बातों को लेकर कुछ सीटों पर टिकटों को लेकर पुर्नविचार करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक नई दिल्ली में होने वाली है।