जमशेदपुर। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जमशेदपुर अक्षेस की ओर से सैरात बाजार के अंतर्गत आने वाली दुकानों के किराये में भारी वृद्धि को अनुचित बताते हुए सरकार से आग्रह किया है कि तत्काल इस बढ़े हुए किराये पर रोक लगाकर इसका उचित समाधान निकाला जाये। उन्होंने इस सिलसिले में कहा है कि सभी संबंधित दुकानदार भारी गुस्से में हैं। अक्षेस द्वारा दुकानदारों को लगभग सात सौ प्रतिशत किराया बढ़ाकर बिल भेजा जा रहा है। कल तक जिस दुकानदार से 24 रुपये किराया लिए जा रहे थे, उन्हें 16048 रुपये का किराया भुगतान का बिल दिया जा रहा है। मतलब बीस वर्गफीट की जिस दुकान के लिए पहले 24 रुपये किराया लिए जाता था, अब उनसे 80 रुपये प्रति वर्गफीट की दर से नया किराया भुगतान के लिए कहा जा रहा है। जिन दुकानों का किराया पहले 250 रुपये था, उसे 50 हजार भुगतान के लिए कहा जा रहा है। पहली नजर में यह अनुचित लगता है।
उन्होंने इस किराया वृद्धि को ‘अंधेर नगरी चौपट राजा’ की कहावत चरितार्थ करने जैसा बताया है। श्री दास ने इस मुद्दे पर सभी जगह के दुकानदार संघों से अपील की है कि वे एकजुट होकर इस मामले को उपायुक्त के समक्ष रखें। इसके साथ ही उन्होंने सरकार से मांग की है कि इन दुकानदारों पर लादा जा रहा अनुचित किराया का मामला तत्काल स्थगित कर दिया जाये। मामले को सुलझाने के लिए एक त्रिपक्षीय समिति का गठन किया जाये। इस समिति में दुकानदारों का प्रतिनिधि, अक्षेस के विशेषज्ञ और जिला प्रशासन के प्रतिनिधि को शामिल जाये।
वाटर कनेक्शन शुल्क लेने का किया विरोध:
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जमशेदपुर वासियों से न्यू वाटर कनेक्शन के लिए कनेक्शन शुल्क लिए जाने का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि झारखंड में जब वाटर कनेक्शन के लिए कोई शुल्क नहीं लेने का प्रावधान है तो जमशेदपुर में जिन लोगों ने अभी तक कनेक्शन नहीं लिया है उनसे कनेक्शन फी क्यों लिया जा रहा है।
श्री दास ने सरकार से आग्रह किया है कि जमशेदपुर के निवासियों से नया वाटर कनेक्शन लेने पर कोई कनेक्शन फी नहीं लिया जाये। इसके साथ ही उन्होंने शहर में चरमराई बिजली व्यवस्था पर भी चिंता जताते हुए कहा कि बिजली की आंख मिचौली से जनता त्रस्त हो चुकी है और लोगों की रात जागते हुए कट रही है।