जमशेदपुर : AISF सिंहभूम की ओर से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन साकची स्थित सीपीआई कार्यालय में किया गया हो कि नई शिक्षा नीति के लागू होने से देश में निजी स्कूलों की मनमानी बढ़ेगी और स्कूल प्रबंधन द्वारा छात्र-छात्राओं से मनमानी तरीके से फीस वसूली किया जाएगा।
इन्हीं सवालों पर AISF के जिला सचिव विक्रम कुमार तथा राज्य पर्यवेक्षक पावेल कुमार ने प्रेस को सम्बोधित करते हुए बताया की सूची मांगों के समर्थन में एक माँग पत्र उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति भारत सरकार, नई दिल्ली को सम्बोधित समर्पित किया जा रहा है।
अपने सम्बोधन में छात्र नेता विक्रम कुमार ने कहा कि पूरे देश में शिक्षकों को मारी कमी महसूस की जा रही है हमारे राज्य झारखण्ड में भी छात्र-छात्राएं स्कूल कॉलेजों में शिक्षकों की कमी का दंश झेल रहे है। वर्तमान में केवल पूर्वी सिंहभूम में 25 हजार छात्र-छात्राएं पास-आउट (मैट्रिक की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए है जिन्हें + 2 (इष्टर) में दाखिला लेना है। लेकिन विडम्बना यह कि 2 विद्यालयों की संख्या सीमित है. इतने बड़े सख्या मे पास-आउट होने वाले विद्यार्थियों को सरकार के द्वारा संचालित स्कूलों में दाखिला नहीं मिल पाएगा और ऐसी स्थिति मे निजी स्कूलों की मनमानी बढ़ेगी और छात्र-छात्राओं से मनमानी तरीके से फीस वसूली का कारोबार चलेगा. बहुत सारी औपचारिकताओं को बढ़ा दिया जाएगा शिक्षा का बाजारीकरण होगा। इसलिए AISF का इस माध्यम से सुझाव एवं प्रस्ताव है कि सरकार को
स्कूलों की बदहाली को सुधारने के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन कर निम्न
बिन्दुओं पर गंभीरता पूर्वक विचार करे
- CUET को रद्द किया जाए
2. इण्टर की पढ़ाई डिग्री कॉलेज में चालू किया जाए।
3. स्कूलों व कॉलेज में शिक्षकों की संख्या बढ़ाई जाए
4. प्राईवेट स्कूलों की मनमानी फीस वसूली पर रोक लगायी जाए।
5. सरकारी स्कूलों एवं डिग्री कॉलेजों की संख्या बढ़ाई जाए।
वहीं दूसरी ओर मुकेश रजक का कहना है कि नई शिक्षा नीति लागू होने से देश के गरीब एवं आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों का आगे की पढ़ाई करना काफी कष्टकर हो जाएगा, बच्चे उच्च शिक्षा से वंचित हो जाऐंगे। उनके उज्जवल भविष्य की कल्पना करना बेईमानी हो जाएगी।
ज्ञापन के माध्यम से AISF सिंहभूम द्वारा माँग किया गया है कि उपरोक्त बिन्दुओं पर गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए इसके समाधान की दिशा में सकारात्मक पहल की जाए, ताकि छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित न हो, वे अच्छी शिक्षा पाने से वंचित न रह जाएँ। मौके पर इशांत राय,प्रिंस सिंह, सरकार किस्कू, मिन्टु किस्कु, रितिक श्रीवास्तव, प्रांजल शर्मा, प्रदीप यादव, रोनित कुमार इत्यादि मौजूद रहे।