JHARKHAND : गैंगस्टर अमन साहू की मुठभेड़ में मौत के बाद एनकाउंटर स्पेशलिस्ट ATS इंस्पेक्टर डॉक्टर प्रमोद कुमार सिंह ने अमन साहू समेत 7 लोगों पर चैनपुर थाने में शिकायत दर्द कराई है. दर्ज मामले में मृतक अमन साहू और उसके गिरोह के छह-सात अज्ञात अपराधियों पर पुलिस पर फायरिंग और बमबाजी करने का आरोप लगाया गया है. अमन साहू मामले की जांच अब सीआईडी करेगी.
जानिए एटीएस इंस्पेक्टर ने अपने बयान में क्या कहा
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट पीके के नाम से मशहूर एटीएस इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह ने अपने बयान में कहा है कि मंगलवार को वे अपनी टीम के साथ रायपुर सेंट्रल जेल से अमन साहू को रांची एनआईए कोर्ट में पेश करने के लिए ला रहे थे, जहां से उसे रांची के होटवार जेल में शिफ्ट किया जाना था. वे अमन साहू को लेकर स्कॉर्पियो से रांची आ रहे थे, इस दौरान सुरक्षा के लिए दो अन्य वाहन उनका पीछा कर रहे थे. जब वे अमन को लेकर सुबह करीब 9.05 बजे पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के अंधारी धौड़ा के पास पहुंचे, तो अमन साहू गिरोह के छह-सात अपराधियों ने अमन को छुड़ाने और हथियार लूटने के लिए पुलिस पर फायरिंग और बमबाजी शुरू कर दी. इसके बाद पुलिस टीम ने अमन साहू को बचाने का प्रयास किया और गाड़ी से उतरकर चिल्लाकर अपना परिचय दिया. इसके बावजूद अपराधियों ने फायरिंग जारी रखी. इसका फायदा उठाकर अमन साहू ने सिपाही विजय कुमार से इंसास राइफल छीन ली और अपने गिरोह के सदस्यों की ओर भागने लगा. पुलिस टीम द्वारा चेतावनी दिए जाने के बाद भी वह नहीं रुका और पीछे मुड़कर पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. इस दौरान हवलदार राकेश कुमार के जांघ में गोली लग गई. इस घटना के बावजूद अमन और उसके गिरोह के सदस्य फायरिंग और बमबाजी करते रहे.
इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की, जिसमें अमन गोली लगने से गिरकर घायल हो गया. इसके बाद उसके गिरोह के सदस्य जंगल और झाड़ियों का फायदा उठाकर भाग निकले. फायरिंग और बमबाजी में पुलिस की एक गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई. घटना के बाद जब फायरिंग के संबंध में रिपोर्ट ली गई तो पता चला कि कुल 38 राउंड फायरिंग हुई है. इसमें इंस्पेक्टर डॉ पीके सिंह ने कुल सात राउंड फायरिंग की. करीब आधे घंटे तक अमन साहू और उसके गिरोह के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ खत्म होने के बाद देखा गया कि अमन साहू मृत अवस्था में पड़ा हुआ है.
मुठभेड़ के दौरान अमन के गुर्गे भी घायल हुए, लेकिन वे जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले. अमन साहू के शव के पास से दो बम भी बरामद किए गए. पुलिस पर फायरिंग का मुख्य उद्देश्य अमन साहू को पुलिस से छुड़ाना और हथियार लूटना था, लेकिन पुलिस ने साहस दिखाते हुए अपराधियों की योजना को विफल कर दिया.