धनबाद। जिले के मंडल रेल अस्पताल में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी और अटेंडेंट कर्मचारियों ने जमकर हंगामा किया है. हंगामा करने वाले कर्मियों ने ओपीडी सेवा को भी बाधित कर दिया है. कर्मचारियों ने डीआरएम के ऊपर कार्रवाई की मांग की जा रही है. कर्मचारियों का आरोप है कि उन्होंने ईमानदारी से ड्यूटी करने वाले अटेंडेंट के साथ अभद्र व्यवहार किया है. हंगामे की सूचना मिलते हीं एडीआरएम आशीष झा मौके पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाने की कोशिश की।
क्या है मामला
धनबाद मंडल रेल अस्पताल के कर्मचारियों का कहना है कि गुरुवार को डीआरएम की पत्नी इलाज कराने के लिए अस्पताल पहुंची थी. डॉक्टर के चेंबर के बाहर अटेंडेंट बसंत उपाध्याय अपनी ड्यूटी पर तैनात थी. डीआरएम की पत्नी चेंबर में चप्पल पहन कर घुस रहीं थीं, जिसपर अटेंडेंट बसंत उपाध्याय ने उन्हें अंदर जाने से रोका और चप्पल उतारने का अनुरोध किया गया. जिसके बाद वह डॉक्टर को दिखाने के लिए अंदर चली गई.
डॉक्टर को दिखाने के बाद पत्नी सीधे डीआरएम ऑफिस गईं और डीआरएम से अटेंडेंट बसंत की शिकायत कर दी. जिसके बाद डीआरएम ने बसंत उपाध्याय को अपने ऑफिस बुलाया. बसंत का आरोप है कि डीआरएम ऑफिस में उन्हें प्रताड़ित किया गया. वहां उनके कपड़े तक उतरवाए गए. कर्मचारियों ने बताया कि इस घटना के बाद से पीड़ित बसंत उपाध्याय डिप्रेशन में चले गए हैं. जिसके बाद उनकी तबीयत काफी खराब हो चुकी है. उन्हें इलाज के लिए रेल अस्पताल भी लाया गया था।
जानकर सूत्रों की मानें तो अस्पताल में सभी नियम सभी के लिए बराबर है। ताकि सभी को स्वास्थ्य लाभ स्वच्छता के साथ मुहैया कराया जा सके। अस्पताल प्रोटोकॉल की मानें तो अस्पताल परिसर में बाहरी चप्पल जूते ले जाने की मनाही रहती है, इसके लिए अलग से चप्पल की व्यवस्था रहती है।