JHARKHAND TEACHER VACANCY: झारखंड में जल्द ही शिक्षकों की बंपर वैकेसी जारी हो सकती है। शिक्षा विभाग 10000 शिक्षकों की भर्ती की कार्ययोजना तैयार कर रहा है। मुख्यमंत्री की हरी झंडी के बाद अब शिक्षा मंत्री के निर्देश पर नियुक्ति के संदर्भ में गाईडलाइन तैयार कर रहा है। सबकुछ ठीक रहा तो तो अगले महीने नियुक्ति की दिशा में सरकार आगे बढ़ जायेगी। शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने पिछले दिनों ही मुख्यमंत्री से मुलाकात कर स्कूलों में जनजातीय भाषा में पढ़ाई शुरू करने के मुद्दे पर चर्चा की थी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे लेकर शिक्षा मंत्री को अपनी रजामंदी दे दी है। जिसके बाद शिक्षा विभाग की तरफ से प्रस्ताव तैयार किये जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग का प्रस्ताव कैबिनेट में भेजा जायेगा, जिसके बाद प्रस्ताव पर मुहर लगेगी। जनजातीय और क्षेत्रीय भाषाओं में 10,000 शिक्षकों की भर्ती की घोषणा की। ये भर्ती 15 अलग-अलग भाषाओं में होगी। हालांकि ये भर्तियां नियमित के बजाय घंटी आधारित होगी।
मीडिया से बातचीत में शिक्षा मंत्री ने कहा कि झारखंड के प्राथमिक विद्यालयों में जनजातीय व क्षेत्रीय भाषाओं में घंटी आधारित शिक्षकों की नियुक्ति होगी। इसके लिए विभिन्न जिलों से सर्वे कर रिपोर्ट मंगवायी गयी है। इस रिपोर्ट के आधार पर जनजातीय व क्षेत्रीय भाषाओं में करीब 10 हजार शिक्षकों की नियुक्ति होगी। नौ जनजातीय और छह क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षकों की नियुक्ति होगी।
उन्होंने कहा कि इसके लिए विभागीय अधिकारियों की एक टीम बनायी जा रही है, जो पश्चिम बंगाल व अन्य राज्यों में क्षेत्रीय व जनजातीय संचालित स्कूलों के मॉडल और पढ़ाई का अवलोकन करेगी। जनजातीय व क्षेत्रीय भाषाओं में पढ़ाई की परिकल्पना को धरातल पर उतारने में जो बेहतर मॉडल होगा, उसे लागू किया जाएगा।
झारखंड की 15 जनजातीय और क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी। विद्यालयों में संताली, हो, खड़िया, कुड़ुख, मुंडारी, माल्तो, बिरहोरी, भूमिज, असुर, बांग्ला, ओड़िया, पंचपरगनिया, खोरठा, कुड़माली व नागपुरी भाषा में शिक्षकों की नियुक्ति होगी।