रांची : खूंटी के रनिया थाना क्षेत्र में पांच नाबालिगों से सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस स्पीडी ट्रायल कराएगी। इस मामले में गिरफ्तार सभी 18 आरोपितों के उम्र का सत्यापन जारी है। इस मामले में बच्चों को यौन शोषण के अपराधों से बचाने का प्रविधान संबंधित कानून पाक्सो के तहत प्राथमिकी दर्ज है। आरोपितों पर इससे संबंधित धाराओं के तहत ही मुकदमा चलना है।
इस मामले में जो आरोपित पकड़े गए हैं, उन्हें भी नाबालिग बताया गया है। अब पुलिस उपलब्ध दस्तावेजों आधार कार्ड, शैक्षणिक प्रमाण पत्र आदि के आधार पर उनके उम्र का सत्यापन कर रही है। अगर वे 16 साल से कम के निकले तो उनके विरुद्ध ट्रायल जूवेनाइल जस्टिस बोर्ड में चलेगा। उम्र 16 वर्ष से ऊपर का हुआ तो व्यस्कों के जैसी सजा होगी।
डीजीपी अनुराग गुप्ता स्वयं पूरे मामले की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने इस पूरे प्रकरण पर एसपी खूंटी से जानकारी ली है और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया है।
60 दिनों के भीतर जांच पूरी करने का प्रविधान
महिलाओं-बच्चियों से अपराध के मामले में यह प्रविधान है कि 60 दिनों के भीतर अनुसंधान पूरा कर पुलिस कोर्ट में अंतिम रिपोर्ट दाखिल करेगी। इस अवधि में पर्याप्त साक्ष्य व जांच के सभी बिंदुओं को समाहित करते हुए कोर्ट में रिपोर्ट देनी है। इसके बाद जल्द ट्रायल कराकर आरोपितों को सजा दिलाने की जिम्मेदारी भी पुलिस की है।
इसके लिए सभी जिलों में विशेष कोर्ट भी बना है। खूंटी के रनिया थाना क्षेत्र के इस मामले में भी पुलिस घटना की तिथि से 60 दिनों में अपना अनुसंधान पूरा कर कोर्ट में अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर देगी।
किशोरी के साथ दुष्कर्म का आरोपी न्यायिक हिरासत में भेजा गया
खलारी थानाक्षेत्र निवासी एक 16 वर्षीय किशोरी के साथ दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है। घटना मंगलवार 11 बजे दिन की है। सूचना मिलते ही खलारी थाना पुलिस ने आरोपी महावीरनगर निवासी अर्जुन लोहरा (20 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
घटना को लेकर किशोरी द्वारा खलारी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। किशोरी द्वारा पुलिस को दी गई जानकारी के अनुसार मंगलवार को वह एक ज्वेलरी दुकान गई थी। दुकान बंद मिलने पर वापस अपने घर लौट रही थी। इसी क्रम में अपने घर के बाहर खड़ा अर्जुन लोहरा ने वहां से गुजर रही किशोरी को जबरन अपने घर के अंदर ले गया और जबरदस्ती उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया।
इसके बाद अपने घर में ही किशोरी को बेहोश छोड़कर भाग गया। किशोरी की मां अर्जुन लोहरा के घर से बेहोशी हालत में अपनी बेटी को अस्पताल ले गई, जहां उसका प्राथमिक इलाज किया गया।