रांची : गुइलेन बेरे सिंड्रोम को लेकर हेमंत सोरेन ने स्वास्थ्य विभाग के आधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.इस बैठक में बीमारी के रोकथाम को लेकर की जा रही तैयारियों को लेकर सीएम ने अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए. इस समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी भी वीडियो कांफ्रेंसिग के जारिए जुड़े हुई थे।
मालूम हो कि बीते कल रांची में 5 साल की बच्ची में गुइलेन बेरे सिंड्रोम को डिटेक्ट किया गया है. बच्ची को फिलहाल दवा देकर वेंटिलेटर सपोर्ट में रखा गया है. बच्ची की हालत स्टेबल है।
यह बीमारी बहुत ही रहस्यमयी तरीके से फैल रही है. गुइलेन बेरे सिंड्रोम एक दुर्लभ ऑटोइम्यून स्थिति है जिसमें आपकी इम्यून सिस्टम अपनी ही बॉडी की नसो पर हमला करता है. इससे पूरे शरीर में सुन्नता पैदा हो जाती है.मांसपेशियों में कमजोरी जैसे लक्षण आ जाते है. यूं कहे तो एक तरह से इससे पैरालाइसिस भी बढ़ सकते है। एक रिपोट्स के मुताबिक दुनिया भर में हर साल लगभग 1 लाख लोगों इस सिंड्रोम से पीड़ित होते है.
महाराष्ट्र में महामारी का रूप ले चुका है
गुइलेन बेरे सिंड्रोम महाराष्ट्र में विकराल रूप ले चुका है. आए दिन वहां इस सिंड्रोम से लोग शिकार हो रहे हैं. बता दें कि महाराष्ट्र में गुइलेन बेरे सिंड्रोम की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत भी हो गई है।
हालांकि रांची में गुइलेन बेरे सिंड्रोम के एक केस सामने आने के बाद राज्य सरकार ने सतर्कता बरते हुए स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों को रोकथाम के लिए दिशा निर्देश दे दिए है।