रांची। दुमका लोकसभा से करारी हार के बाद सीता सोरेन के झामुमो में लौटने की अटकलें लग रही थी। लेकिन सीता सोरेन ने तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया है। सीता सोरेन ने कहा है कि किसी भी कागज पर लिखवा लें, अपने खून से लिखकर भी दे दूंगी कि अब कभी भी झामुमो में नहीं जाना। दुमका से हार के बाद राजनीतिक गलियारों में ये चर्चा थी कि सीता सोरेन की घर वापसी हो सकती है।
सीता सोरेन ने रांची में मीडिया से बात में कहा कि चुनाव में मेरी हार हो या जीत, अब भाजपा में ही रहना है। भाजपा ही मेरा घर है। उन्होंने कहा कि वो बहुत ही मामूली अंतर से हारी हैं। उन्होंने कहा कि जीत हो सकती थी, लेकिन व्यक्तिगत रूप से कुछ और मेहनत की जरूरत थी। सीता सोरेन ने खुद की गलती स्वीकारते हुए कहा कि उनसे ही कुछ कमी रह गई कि छोटे अंतर से चुनाव हारना पड़ा। विधानसभा चुनाव करीब है, पार्टी जो भी दायित्व सौंपेगी, वो पूरा करेंगी।
संगटन का शुक्रिया अदा करते हुए सीता सोरेन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से लेकर प्रदेश अध्यक्ष व संगठन के नेताओं ने उनका भरपूर सपोर्ट किया। लेकिन पूरा झामुमो उन्हे हराने में लग गया था। सीता सोरेन ने कहा कि वो संगठन के साथ समर्पण भाव से जुड़ी है और पूरी तन्मयता से अब पार्टी की सेवा करेंगी।