स्वस्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और निर्दलीय विधायक सरयू राय के बीच तकरार मानसून सत्र के दौरान भी देखने को मिला. दोनों ने एक दूसरे पर बयानों के तीर दागे.
रांची: झारखंड की राजनीति में कुछ नेताओं की राजनीतिक अदावत अक्सर सुर्खियों में रहता है. अक्सर मौका मिलते ही ये नेता एक दूसरे पर कटाक्ष और व्यंग्य एक दूसरे पर करने में देर नहीं करते. ऐसे ही राजनेताओं में दो नाम है राज्य के वर्तमान स्वास्थ्य एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री बन्ना गुप्ता और पूर्व खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय का।
पूर्व में कई मामलों में थाना पुलिस और प्राथमिकी तक एक दूसरे पर दर्ज करा चुके दोनों नेताओं के बीच आज मानसून सत्र के पहले दिन भी एक दूसरे पर शब्दों के बाण चलना जारी रहा. निर्दलीय विधायक और पूर्व मंत्री सरयू राय ने मीडिया के सामने कहा कि हमने आरोप लगाया है कि बन्ना गुप्ता तिकड़मबाज हैं और वह तथ्यों को तोड़ते मरोड़ते हैं. सरयू राय के इन आरोपों पर जब बन्ना गुप्ता को अपनी बात कहने का मौका मिला तो उन्होंने कहा कि बनिया का बेटा, कमजोर, पिछड़ा को तिकड़मबाज, रंगबाज और क्या-क्या बताने के लिए चाचाजी (सरयू राय) को धन्यवाद।
दूध की चोरी हुई तो एक व्यक्ति अपनी मूंछ बार-बार क्यों चेक कर रहा है- बन्ना
बन्ना गुप्ता ने कहा कि मुझे तो यह समझ में नहीं आ रहा है कि मैंने तो किसी पर आरोप प्रत्यारोप तो नहीं लगाया. दूध की चोरी हुई है और एक व्यक्ति अपनी मूंछ बार-बार छू कर यह चेक क्यों कर रहा है कि दूध कहीं उसके मूंछ पर तो नहीं लगा है, यह बड़ा सवाल है. उन्होंने कहा कि अभी तक कहावत था कंबल ओढ़कर घी पीना. चाचा जी तो कंबल ओढ़ कर घी पी जाते हैं।
खाद्य गोदाम की चेकिंग हुई तो चाचा के पेट में दर्द क्यों?
बन्ना गुप्ता इतना पर ही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि बतौर राज्य के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री उन्होंने राज्य सरकार के खाद्यान्न गोदामों की चेकिंग की, वहां से सड़ा खाद्यान्न मिला. तो चाचा जी यानी सरयू राय के पेट में क्यों दर्द हो रहा है. उन्होंने आगे भी झारखंड राज्य खाद्य निगम (JSFC) के गोदामों के निरीक्षण की ओर इशारा करते हुए कहा कि अभी तो एक गोदाम में जेसीबी गया है, कई गोदाम में जमीन के नीचे से सड़े हुए अनाज को जेसीबी से निकलवाना बाकी है।
2014-2019 तक राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री थे सरयू राय
हेमंत सोरेन सरकार 3.0 में बन्ना गुप्ता को स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ खाद्य आपूर्ति विभाग की भी जिम्मेवारी मिली. इसके बाद वह पूरी तेजी के साथ रांची के कडरू स्थित JSFC के गोदाम की अपनी उपस्थिति में विस्तृत जांच की बल्कि जेसीबी से खुदाई कराकर जमीन के अंदर से सड़े अनाज निकाल कर पूर्व की सरकार के दौरान गरीबों के अनाज को सड़ाने और उसे जमीन में दबा देने की बात कहकर बिना नाम लिए सरयू राय पर निशाना साधा था. इससे पहले भी कोरोना वारियर अवार्ड मामले में और स्वास्थ्य मंत्री के आपत्तिजनक वीडियो मामले में सरयू राय और बन्ना गुप्ता आमने सामने हो चुके हैं।