बारियातू / कुतुबुद्दीन : सुशासन सप्ताह प्रशासन गांव की ओर कार्यक्रम के तहत शनिवार को फुलसू पंचायत सचिवालय परिसर में फुलसू और बालूभांग पंचायतों के लिए एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में विभिन्न विभागों के आवास, मनरेगा, पेंशन, अंचल, आपूर्ति, पशुपालन, स्वास्थ्य, बाल विकास और 15वीं वित्त योजना सहित कई स्टॉल लगाए गए।
शिविर में ग्रामीणों ने अपनी-अपनी समस्याओं से संबंधित आवेदन जमा किए। इस दौरान मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के तहत 8 लाभुकों को 4-4 बकरियां और 1-1 बकरा प्रदान किया गया। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के ओर से 70 एंव पशु चिकित्सा से 22 रोगीयों के बीच दवा का वितरण किया गया।इसके आलावा दोनों पंचायत से कुल 82 आवेदन प्राप्त हुआ,जिसमे 41 का निष्पादन किया गया।
शिविर में प्रखंड विकास पदाधिकारी की अनुपस्थिति को लेकर प्रखंड प्रमुख उर्मिला देवी और उप प्रमुख निशा शाहदेव ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को प्रखंड प्रशासन खानापूर्ति के रूप में संचालित कर रहा है। कार्यक्रम में अंचलाधिकारी नंद कुमार राम दोपहर 2 बजे पहुंचे और ग्रामीणों को शिविर संबंधी जानकारी दी।प्रमुख उर्मिला देवी ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों को इस शिविर की सूचना समय पर नहीं दी गई। बिना पर्याप्त प्रचार-प्रसार के शिविर का आयोजन किया गया, जिससे बालूभांग पंचायत के ग्रामीण शिविर में नहीं पहुंच सके। इसी तरह, शुक्रवार को सदर पंचायत और डाढ़ा पंचायत के लिए भी प्रखंड कार्यालय परिसर में शिविर का आयोजन कर दिया गया, जिससे ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों में नाराजगी है।प्रमुख देवी ने आगे कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशासन द्वारा अपमानित किया गया है। उन्होंने मांग की कि प्रत्येक पंचायत में अलग-अलग शिविर का आयोजन किया जाए ताकि सभी ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ मिल सके।प्रमुख देवी और उप प्रमुख निशा शाहदेव ने उपायुक्त से हस्तक्षेप करते हुए मांग की है कि प्रखंड की सभी 9 पंचायतों में शिविर का आयोजन किया जाए और इसे प्रभावी तरीके से संचालित किया जाए।कार्यक्रम में प्रखंड नाजीरअजय मुंडा,पंचायत सचिव, राम-लखन यादव,जेएसएलपीएस प्रखंड कोऑर्डिनेटर मो. आरफीन,रवि कुमार यादव, प्रखंड व अंचल कर्मी के अलावा ग्रामीण उपस्थित थे।