बारियातू / कुतुबुद्दीन : बारियातू से फुलसू – लाटू होते हेरहंज तक बन रही सड़क चौड़ीकरण कार्य को लेकर बारियातू स्थित लोदमदाग के ग्रामीणों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया।ग्रामीणों व रैयतों का आरोप है कि संवेदक दिनेश चंद्र अग्रवाल द्वारा हम लोगों कि निजी जमीन पर बीना किसी सहमति और मुआवजा के ही सड़क चौड़ीकरण कार्य किया जा रहा है।आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासन से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है।ग्रामीण रघुनाथ उरांव, रघू उरांव, आशीष उरांव, बसंती देवी, उर्मिला देवी, रामदेव उरांव, निरंजन उरांव, सुशांति देवी, नमर्दा कुमारी, शांति देवी, मानतीं कुमारी, निरंजन उरांव, कपील उरांव, दीलीप उरांव, आकाश उरांव, महेंद्र उरांव , जसोदा देवी, गीता कुमारी, अनील उरांव, बालकिशुन उरांव, दीनेश उरांव, बासुदेव लकड़ा, सहित कई ग्रामीणों व भूरैयतों ने बताया कि बीना किसी पूर्व सूचना या कानुनी प्रक्रिया का पालन किए ठिकेदार और प्रशासन के अधिकारी हमारी निजी स्वामित्व वाली भूमि पर खोदाई करवा रहे हैं। इससे न सिर्फ हमारी जमीन प्रभावित हो रही है बल्के मकानों और खेतों को भी नुकसान पहुंचा है। ग्रामीणों ने आगे कहा कि सड़क चौड़ीकरण के लिए यदि मेरी जमीन का अधिग्रहण करना था, तो इसके लिए उचित प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए थी,न तो मुआवजे की बात की गई और न ही किसी तरह की हम सभी से सहमति ली गई। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि जब हमारे द्वारा इस कार्य का विरोध किया तो हमारी बातों को नजरअंदाज कर दिया गया।यदि जल्द ही इस मुद्दे का समाधान नहीं हुआ तो हम सभी उग्र आंदोलन करेंगे और कार्य को रोकने के लिए मजबूर होंगे।
रैयतों व ग्रामीणों ने लातेहार उपायुक्त व सड़क निर्माण विभाग से मांग किया है कि निजी जमीन पर हो रहे कार्य को तत्काल रोका जाए,भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया के तहत उचित मुआवजा दिया जाए, रैयतों की सहमति के बिना कोई भी कार्य न किया जाए,
इस मामले में हस्तक्षेप कर हम सभी भूरैयतों व ग्रामीणों को न्याय दिलाए, ग्रामीणों ने साफ तौर पर एक स्वर में कहा कि अगर हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो हम सभी प्रशासन और ठेकेदार के खिलाफ आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
इस संबंध मे पंचायत के मुखिया सरिता देवी पूर्व मुखिया प्रमोद उरांव से पूछें जाने पर कहा कि लोदमदाग के ग्रामीणों का निजी जमीन पर सड़क चौड़ीकरण निर्माण कार्य करना अनुचित है।
सरकार को पहले उचित मुआवजे और सहमति कि प्रक्रिया पूरी करनी चाहिये थी।
इस संबंध मे संवेदक से बात करने पर बताया कि दो तीन दिनों के अंदर विभाग के जई और अमीन के द्वारा मापी कराई जाएगी।और प्रक्रिया के तहत सभी स्वामित्वधारी रैयतों को मुआवजा दिया जाएगा।
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