JHARKHAND । झारखंड में शिक्षक भर्ती को लेकर सरकार कानूनी अड़चनों को दूर करने का प्रयास करेगी। शिक्षा मंत्री के निर्देश के बाद विभागीय स्तर पर तैयारियों भी चल रही है। इससे पहले स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के मंत्री रामदास सोरेन ने शिक्षा व्यवस्था को सुचारू और दुरुस्त करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। मंत्री ने निर्देश दिया है कि स्कूलों में बच्चों को मातृभाषा में पढ़ाई कराने की दिशा पर विभाग काम करे।
उन्होंने कहा कि जिस जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा की लिपि उपलब्ध है, उसमें पढ़ाई के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाए। विधानसभा सत्र के बाद वे इसे लेकर फिर बैठक कर अंतिम निर्णय लेंगे।मंत्री ने बैठक में शिक्षकों की नियुक्ति पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति मंए जो भी विधिक अड़चनें हैं उन्हें दूर करते हुए शीघ्र रिक्त पदों पर नियुक्ति करें।
मंत्री ने कहा है कि स्कूलों में शिक्षक रहेंगे तभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी।उन्होंने शिक्षकों के नियमित प्रशिक्षण पर भी जोर देते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में नित नए-नए बदलाव हो रहे हैं।उनसे शिक्षकों को अवगत कराया जाना आवश्यक है।मंत्री ने कहा कि हेमंत सोरेन की पिछली सरकार ने जो भी निर्णय लिए थे तथा जो घोषणाएं की थीं, उनका अनुपालन शीघ्र हो। मंत्री ने पारा शिक्षकों, बीआरपी-सीआरपी, कस्तूरबा विद्यालयों की शिक्षिकाओं की समस्याओं के भी शीघ्र समाधान के निर्देश दिए।
साथ ही उन्होंने बच्चों को पोशाक, किट, साइकिल आदि शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इससे पहले अधिकारियों ने पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से शिक्षा विभाग तथा झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा संचालित योजनाओं तथा उनकी प्रगति की जानकारी दी।मंत्री के निर्देश के बाद अब विभागीय स्तर पर शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में कार्रवाई शुरू हो गयी है।