आगरा: आगरा में शादी के तीसरे दिन ट्रांसयमुना पुलिस ने एक दुल्हन को जेल भेज दिया। युवती ने ठगी के लिए शादी रचाई थी। सुहागरात के दूसरे दिन ही फरार हो गई थी। पुलिस ने उसे पकड़ा। गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है। एक बिचौलिया ने 70 हजार रुपये में युवक की शादी कराई थी। एसओ ट्रांसयमुना सुमनेश विकल ने बताया कि नगला रामबल निवासी अनिल कुमार की 18 दिसंबर को मंदिर में शादी हुई थी। अनिल ने शादी के लिए अपने परिचित राजेश कुमार दोहरे से कहा था। राजेश ने सासनी, हाथरस निवासी सुनील से मिलवाया।
सुनील ने उसकी पहचान प्रदीप नाम के युवक से कराई। प्रदीप ने एक लड़की दिखाई। उसका नाम माह उर्फ रजनी बताया। कहा दोनों एक दूसरे को पसंद कर लो। दोनों ने एक-दूसरे को पसंद किया। प्रदीप ने बताया कि लड़की गरीब घर से है। दोनों तरफ का खर्चा लड़के वाले को उठाना होगा। अनिल इसके लिए तैयार हो गया। 70 हजार रुपये दे दिए। 18 दिसंबर को अनिल मंदिर में शादी करके दुल्हन को अपने घर ले आया। दुल्हन ने शादी के दूसरे दिन बीमारी का ड्रामा किया। वह दवा लेने के बहाने पति के साथ घर से बाहर निकली। उसे हाथरस मार्ग पर ले गई। वहां प्रदीप पहले से मौजूद था। उससे फोन पर बातचीत कर रहा था। दुल्हन फरार हो गई। सूचना पर पुलिस हरकत में आई। नई नवेली दुल्हन को पकड़ा।
पूछताछ में दुल्हन ने बताया कि वह मूलत कटघर, मुरादाबाद की निवासी है। पुलिस नहीं पकड़ती तो वह भाग ही जाती। उसे अनिल से कोई मतलब नहीं। शादी तो उसने रुपये के लिए की थी। 70 हजार में उसका भी हिस्सा था। पुलिस ने तहरीर के आधार पर धोखाधड़ी का मुकदमा लिखा था। पुलिस ने बुधवार को दुल्हन को कोर्ट में पेश किया था। पुलिस ने वहां तर्क रखा कि इसका पता सही नहीं पता। थाने से जमानत दी गई तो दोबारा किसी के साथ इसी तरह ठगी करेगी। पहले इसके नाम पते का सत्यापन जरूरी है। इसी आधार पर कोर्ट ने आरोपित दुल्हन को जेल भेज दिया।