नई दिल्ली : वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) राजस्व संग्रह से सरकार का खजाना फिर भर गया है. फरवरी महीने में जीएसटी राजस्व संग्रह सालाना आधार पर 9.1 फीसदी बढ़कर 1.84 लाख करोड़ रुपये रहा. हालांकि, जनवरी में जीएसटी राजस्व संग्रह 1.96 लाख करोड़ रुपये रहा था. जीएसटी महानिदेशालय ने शनिवार को जारी आंकड़ों में बताया कि फरवरी माह में जीएसटी राजस्व संग्रह के जरिए 1.84 लाख करोड़ रुपये आए हैं. इस दौरान घरेल स्तर पर वस्तु एवं सेवाओं से प्राप्त राजस्व 10.2 फीसदी बढ़कर 1.42 लाख करोड़ रुपये रहा है. आयात राजस्व 5.4 फीसदी बढ़कर 41,702 करोड़ रुपये हो गया. जीएसटी संग्रह बढ़ने की वजह घरेलू लेन-देन के कारण मिला अधिक राजस्व है.
आंकड़ों के मुताबिक फरवरी महीने के दौरान केंद्रीय जीएसटी से 35,204 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी से 43,704 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी से 90,870 करोड़ रुपये और क्षतिपूर्ति उपकर से 13,868 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं. फरवरी के दौरान जारी किए गए कुल रिफंड 20,889 करोड़ रुपये था, जो एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 17.3 फीसदी अधिक है.
जीएसटी महानिदेशालय के मुताबिक फरवरी 2025 में शुद्ध जीएसटी राजस्व संग्रह 8.1 फीसदी बढ़कर लगभग 1.63 लाख करोड़ रुपये रहा. एक साल पहले इसी अवधि में सकल और शुद्ध जीएसटी संग्रह क्रमश: 1.68 लाख करोड़ रुपये और 1.50 लाख करोड़ रुपये था. उलेखनीय है कि अबतक सर्वाधिक जीएसटी संग्रह अप्रैल 2024 में 2.10 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है.
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