झारखंड : आलू की टेंशन शुरू होने वाली है। बंगाल सरकार के रूख के बाद झारखंड की मंडियों में आलू की किल्लत हो सकती है। दरअसल पश्चिम बंगाल सरकार ने आलू के निर्यात पर कड़ाई से रोक लगा दी है। पश्चिम बंगाल से सटे झारखंड की सीमाएं सील कर दी गयी हैं। साहिबगंज, घाटशिला सहित बंगाल की सीमावर्ती जिलों में आलू की आमद बिल्कुल ही बंद हो गयी है, जिसकी वजह से आलू की किल्लत होने लगी है।
बुधवार और गुरुवार की रात से ही पश्चिम बंगाल से आलू नहीं आ रहा है। पश्चिम बंगाल के कोल्ड स्टोर में दो दिन पूर्व गोल आलू 2300 से 2400 रुपये प्रति क्विंटल बिक्री हुई है। लंबा आलू 2750 रुपये प्रति क्विंटल खरीदनी पड़ रही है। अभी आलू दो दिनों से बॉर्डर सील होने के कारण व्यापारी नहीं ला पा रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि उन्होंने कहा कि अभी भी बंगाल से जो आलू लाते हैं, उससे संपर्क किया।
अभी भी आलू की लोडिंग नहीं हो पायी है. सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस विशेष अभियान चला रही है। पश्चिम बंगाल के व्यवसायी भी आलू लोडिंग नहीं होने दे रहे हैं। ऐसे स्टॉक में जो आलू हैं, दो दिनों में उनकी बिक्री हुई है। शनिवार से आलू के मूल्य में वृद्धि होने के आसार है। इधर जमशेदपुर में आलू के दाम 20 रुपये से बढ़कर अचानक 35-40 रुपये प्रति किलो हो गया है।
ऐसा नहीं है कि बंगाल के अलावे अन्य जगहों से आलू मंगाये नहीं जा सकते, लेकिन बिहार से व्यापारी आलू नहीं मंगाते। इसके पीछे की वजह ये होती है कि वहां के आलू अच्छे नहीं होते। वहीं बंगाल की सीमा पर आलू लगी गाड़ियां दो दिन से खड़ी है, लेकिन उसे लाने नहीं दिया जा रहा है। चोरी छुपे आलू आ भी रहा है कि उसका रेट काफी हाई है। अगर रविवार तक यही हाल रहा तो आलू की किल्लत बाजारों में शुरू हो जायेगी।