झारखंड : मंईया सम्मान योजना की जैसे-जैसे जांच हो रही है, एक से बढ़कर एक गड़बड़ी के खुलासे हो रहे हैं। कहीं अयोग्य लाभार्थी योजना का लाभ ले रहा है, तो कहीं दूसरे प्रदेश के लोग योजना का लाभ देने के लिए तरह तरह का हथकंडा अपना रहे हैं। मंईयां सम्मान योजना के भौतिक सत्यापन में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
मंईयां सम्मान योजना की वेबसाइट को भेदकर 11,200 डुप्लीकेट आवेदन डाल दिए गए हैं। योजना का लाभ लेने के लिए बड़ी साजिश भी रची गई है। एक ही व्यक्ति के बैंक खाते को कई आवेदनों से जोड़ दिया गया है, ताकि लाभुक कोई भी हो, राशि उसी व्यक्ति के खाते में जाए।बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के पतागोड़ा, बड़ाखांती निवासी यूसुफ नामक व्यक्ति के बैंक खाता संख्या 100253387047 का इस्तेमाल 95 बार किया गया।
सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा योजना के लाभुकों के भौतिक सत्यापन में खुलासा हुआ है कि एक ही बैंक खाता का नंबर दर्ज कर अलग-अलग नाम से अलग-अलग प्रखंडों से कुल 95 बार आवेदन किया गया है। इसमें से चास प्रखंड और चास नगर निगम क्षेत्र से कुल 67 बार और गोमिया प्रखंड से 28 बार आवेदन किया गया है।
जांच में ये भी सामने आया कि ऐसे ज्यादतर बैंक खाता इंडसइंड बैंक में ही खुला है। ये सभी आवेदन पलामू जिले के मेदनीनगर स्थित प्रज्ञा केंद्र के संचालक सुमीत कुमार के आइडी संख्या 542316220013 से किया गया है। यही नहीं इस बात का भी खुलासा हुआ है कि बैंक खाता संख्या 100253387047 जो कि, पश्चिम बंगाल के पतागोड़ा, बड़ाखांती, उत्तरदिनाजपुर के यूसुफ के नाम पर है।
इस खाता का इस्तेमाल अलग-अलग नाम से 95 बार योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन करने के लिए किया गया है। जांच में ये भी सामने आया कि इस व्यक्ति के नाम पर दर्ज राशन कार्ड का संख्या भी फर्जी अंकित है। इस मामले के खुलासे के बाद प्रशासन एक्शन में है। बोकारो डीसी विजया जाधव ने खाता धारक के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया है।