आदित्यपुर । जियाडा ने आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र के विभिन्न चरणों में सड़कों के किनारे कर लिए गए अतिक्रमण को गुरुवार के दिन अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाकर हटाया गया। इस अभियान का नेतृत्व क्षेत्रीय उप निदेशक दिनेश रंजन कर रहे थे। बुलडोजर द्वारा अवैध निर्माण को हटाया गया। उनके साथ मजिस्ट्रेट के रूप में जियाडा के आईओ अश्विनी कुमार भी शामिल थे। आज आरआईटी मोड़ से लेकर अंडा होटल तक के फुटपाथी दुकानों को हटाया गया है। इसके तहत सड़क के दोनो तरफ करीब 80 अवैध दुकानों को बुलडोजर द्वारा हटाया गया। इस दौरान जियाडा के द्वारा जेसीबी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति में अभियान का शुरूआत किया गया।
अतिक्रमण के दौरान सीओ भी रहे मौजूद
अभियान के दौरान अंचल अधिकारी अरविंद बेदिया भी उपस्थित थे। जानकारी देते हुए क्षेत्रीय उपनिदेशक दिनेश रंजन ने बताया कि यह ड्राइव अभी लगातार जारी रहेगा।उन्होंने बताया कि, फुटपाथी दुकानदारों द्वारा बेतरतीब ढंग से फुटपाथ को कब्जा कर लिए जाने से औद्योगिक क्षेत्र आने जाने वाले बड़े वाहनों को परेशानी हो रही थी। इसके साथ ही यह भी सूचनाएं मिल रही थी कि इन फुटपाथी दुकानों में कई तरह के अवैध धंधे भी संचालित हो रहे थे। यहां अपराधियों के शरण लेने की भी सूचनाएं मिल रही थी।
उन्होंने बताया कि, वैसे भी औद्योगिक क्षेत्र के सभी सेक्टरों में सडको और नालियों का निर्माण नए सिरे से होना है। जिसे देखते हुए भी फुटपाथों को क्लियर करना जरूरी था। उन्होंने बताया कि यह अभियान अभी लगातार जारी रहेगा।
उच्च न्यायालय के आदेश में पूर्व भी चला था अभियान
इससे पूर्व भी उच्च न्यायालय के आदेश पर आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र के विभिन्न चरणों में अतिक्रमण हटाओं अभियान चलाया गया था। उसके बाद भी पुन: अतिक्रमणकारीयों के द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया। लंबे समय से कंपनी मालिकों के द्वारा यह मांग किया जा रहा था। जिसके बाद अब जाकर अभियान शुरू किया गया। तीन दिनों तक चलने वाले इस अभियान में आज प्रथम दिन एनआइटी मोड़ से रेलवे ओभरब्रीज तक अभियान चलाया जाना है। इसके अगले दिन ब्रीज के दूसरे तरफ से सीतारामपुर डैम तक अभियान चलेगा।
बुलडोजर एक्शन क्यों लिया जाता है?
बुलडोजर एक्शन आमतौर पर अवैध निर्माण, अतिक्रमण, या कानून का उल्लंघन करने वाली संरचनाओं को तोड़ने के लिए लिया जाता है। यह कार्रवाई अक्सर सरकारी एजेंसियों द्वारा की जाती है ताकि कानून और व्यवस्था बनाए रखी जा सके और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसके अलावा, बुलडोजर एक्शन का उपयोग कभी-कभी भूमि अधिग्रहण या विकास परियोजनाओं के लिए भी किया जा सकता है।