बिहार / उत्तरप्रदेश : गोपालगंज पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए एक पुलिस टीम ने जलालपुर इलाके में शराब तस्करों के जमावड़े के बारे में छापेमारी की। जैसे ही पुलिस मौके पर पहुंची, तस्करों ने फायरिंग शुरू कर दी। बदमाशों की एक गोली होम गार्ड। शराबबंदी वाले नीतीश कुमार के बिहार में शराब माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि पुलिस को भी नहीं छोड़ते। सोमवार को गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र में पुलिस टीम और शराब तस्करों के बीच मुठभेड़ हो गयी। दोनों ओर से करीब दो दर्जन गोलियां चलीं, जिसमें एक होम गार्ड का जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक शराब माफिया के को भी गोली लग गयी। पुलिस ने उसे दबोच लिया।
गोपालगंज पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए एक पुलिस टीम ने जलालपुर इलाके में शराब तस्करों के जमावड़े के बारे में छापेमारी की। जैसे ही पुलिस मौके पर पहुंची, तस्करों ने फायरिंग शुरू कर दी। बदमाशों की ओर से चलाई गई एक गोली बसंत मांझी नामक होम गार्ड जवान के पेट में लग गई और वह जमीन पर गिर पड़ा। पुलिस टीम ने तुरंत उसे गंभीर हालत में सदर अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों की टीम इलाज कर रही है। पुलिस को भटकाकर माफिया भागने लगे। इधर पुलिस की दूसरी टीम ने शराब तस्करों का पीछा किया। उनमें से कुछ बदमाशों ने ने फिर पुलिस पर फायरिंग कर दी। आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की जिसमें एक गोली शराब तस्कर के पैर में लग गई। उसकी पहचान कुशीनगर जिले (उत्तर प्रदेश) के पडरौना थाना क्षेत्र के खिरकिया गांव निवासी मोहम्मद नवीन अख्तर के रूप में की गयी है।
गोपालगंज के एसपी अवधेश दीक्षित ने कहा कि शराब तस्करों के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत हमें गुप्त सूचना मिली थी कि शराब तस्कर जलालपुर इलाके में छिपे हुए हैं और उत्तर प्रदेश से एक खेप लाए जाने की संभावना है। इसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और उनके खिलाफ सर्च ऑपरेशन शुरू किया। तस्करों ने पुलिस टीम को चुनौती दी जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। पांच से छह की संख्या में बताए जा रहे तस्कर फायरिंग करते रहे। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की और गोलीबारी में एक शराब तस्कर घायल हो गया। और अन्य लोग मौके से भागने में सफल रहे। उसे एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। एसपी ने कहा कि फरार शराब तस्करों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया है।