सूरत। गुजरात के सूरत रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की घटना सामने आई है। इस घटना में बिहार के एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हैं। दरअसल, सूरत रेलवे स्टेशन पर दीवाली के मौके पर घर जाने के लिए पिछले दो दिनों से भारी भीड़ उमड़ रही थी। शनिवार को जैसे ही छपरा जाने वाली ताप्ती-गंगा एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म पर पहुंची, तो यात्रियों में भगदड़ मच गई। इसमें छपरा के रहने वाले वीरेंद्र नामक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि काफी यात्रियों को गिरने से चोट आयी है। वहीं एक अन्य व्यक्ति का उपचार चल रहा है। उसकी स्थिति थोड़ी गंभीर बताई जा रही है।
बेहोश हुए यात्रियों को दिया सीपीआर
भारी भीड़ के बीच ट्रेन पकड़ने के लिए भगदड़ में गिरे यात्रियों को वहां पर मौजूद आरपीएफ के अधिकारियों ने सीपीआर देकर जान बचाई। रेलवे पुलिस ने सभी को सीपीआर देकर 108 एंबुलेंस से पास के ही एक निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने छपरा के रहने वाले वीरेंद्र को मृत घोषित कर दिया। भगदड़ की इस घटना में पांच यात्री बेहोश हो गए। पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता सुमित ठाकुर के अनुसार सूरत स्टेशन पर भीड़ को लेकर जरूरी उपाय किए गए हैं। सूरत रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में जान गंवाने वाले यात्री की पहचान वीरेंद्र कुमार के तौर पर हुई है। वह बिहार के छपरा के रहने वाले थे और सूरत में नौकरी करते थे।
डायमंड फैक्टरी में मजदूरी करता था वीरेंद्र
रेलवे पुलिस के अनुसार, भगदड़ में बेहोश हुए वीरेंद्र कुमार को इलाज के लिए नजदीक के एक अस्पताल में ले जाया गया था, जहां पर उनकी मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शी विनय कुमार मिश्रा के अनुसार मृतक वीरेंद्र डायमंड के कारीगर थे। वे अपने भाई के साथ ताप्ती-गंगा एक्सप्रेस से बिहार जाने के लिए पहुंचे थे। जब ट्रेन आई तो उसमें चढ़ने के लिए धक्का-मुक्की और भगदड़ हुई। इसी दौरान वीरेंद्र नीचे गिर गए। इसमें उनकी मौत हो गई। विनय के अनुसार, दोनों भाईयों के ट्रेन में टिकट थे। मैं उनके साथ काम करता हूं।
दीपावली और छठ पूजा के चलते स्टेशनों पर भीड़
दिवाली और छठ पूजा के चलते बिहार जाने वाले यात्रियों की गुजरात के सभी रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ है। यहां से उत्तर भारत जाने वाली सभी ट्रेनें फुल हो चुकी हैं और वेटिंग लिस्ट भी 300 के पार है। इसी के चलते अब यात्री जनरल डिब्बों में चढ़ने की जद्दोजहद कर रहे हैं। बिहार-यूपी जाने वाली ट्रेनें इस समय खचाखच भरी हुई हैं। जनरल डिब्बों के अलावा स्लीपर कोच का भी यही हाल है, क्योंकि वेटिंग लिस्ट वाले यात्री इनमें ठूंस-ठूंसकर भरे हुए हैं। इससे सभी यात्रियों का हाल बेहाल है। ट्रेन में चढ़ने की आपाधापी में कई लोगों का सामान तक छूट जा रहा है। बच्चों के साथ यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि गुजरात के सूरत और अहमदाबाद में लाखों की संख्या मे उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़ के लोग रहते हैं। हर साल दिवाली और छठ पूजा के मौके पर घर वापसी के लिए रेलवे स्टेशनों से लेकर बस स्टैंड तक पर भारी भीड़ रहती है। यहां से यूपी और बिहार जाने वाली ट्रेनों की संख्या कम होने के कारण हर साल यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है।