सीबीआई की टीम नीट पेपर गड़बड़ी मामले में आरोपियों को लेकर पटना के लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल शास्त्री नगर पहुंची है. जिसमें हजारीबाग OASIS स्कूल के प्रिंसिपल अहसान उल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम समेत निट के सिटी कोऑर्डिनेटर डॉ एहसानुल हक शामिल है।
PATNA : सीबीआई की टीम नीट पेपर गड़बड़ी मामले में आरोपियों को लेकर पटना के लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल शास्त्री नगर पहुंची है. जिसमें हजारीबाग OASIS स्कूल के प्रिंसिपल अहसान उल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम समेत नीट के सिटी कोऑर्डिनेटर डॉ एहसानुल हक शामिल है. सीबीआई की टीम मेडिकल जांच के लिए तीनों लोगों को लेकर अस्पताल पहुंची है. फिलहाल सीबीआई की टीम सभी को एलएनजेपी अस्पताल से सीबीआई ऑफिस पंहुची है.
तीन दिनों से झारखंड में डटी थी सीबीआई
बता दें कि नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई की टीम तीन दिनों से झारखंड में डटी थी. इन तीन दिनों में दर्जनों लोगों से लगातार लंबी पूछताछ चली. इस पूछताछ के बाद सीबीआई की टीम ने OASIS स्कूल के प्रिंसपल और NTA के सिटी कॉर्डिनेटर एहसानउल हक, उप प्राचार्य इम्तियाज़ को गिरफ्तार कर साथ पटना ले गई थी.
हजारीबाग का लिंक पटना के लर्न एण्ड प्ले स्कूल में मिला
बता दें कि NEET पेपर लीक का केंद्र हजारीबाग को माना जा रहा है. हजारीबाग के OASIS स्कूल से ही पेपर को लीक किया गया था.जिसकी जांच पहले EOU ने किया बाद में इसे सीबीआई ने टेक ओवर कर लिया है. NEET पेपर लीक के मामले में हजारीबाग का लिंक पटना के लर्न एण्ड प्ले स्कूल में मिले अर्द्धजले पेपर से जुड़ा. EOU की जांच में पटना के स्कूल में जो पेपर बरामद किया गया. वह पेपर हजारीबाग के Oasis स्कूल को भेजा गया था. जिसके बाद ही जांच तेज हुई,EOU की टीम हजारीबाग पहुंची और जांच की. इस दौरान भी घंटों प्रिंसपल और स्टाफ से लंबी पूछताछ की गई थी. कई जानकारी जांच एजेंसी को मिली थी. मामला बड़ा होता देख जांच का जिम्मा सीबीआई को सौप दिया गया. केस को टेक ओवर करने के बाद ही सीबीआई ने जांच तेज किया.
लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई तीनों को ले गई अपने साथ पटना
इस पूरे पेपर लीक की कड़ी को जोड़ने की कोशिश की जा रही है.पटना से गुजरात, महाराष्ट्र औऱ झारखंड में सीबीआई की टीम पहुंच कर जांच कर रही है. सभी बिंदुओं पर अनुसंधान किया जा रहा है.इस अनुसंधान में हजारीबाग के Oasis स्कूल में सीबीआई पहुंची. पहले स्कूल में प्राचार्य और स्टाफ से लंबी पूछताछ चली बाद में फिर ccl गेस्ट हाउस में रख कर पूछताछ किया.इस बीच कई लोगों को सीबीआई के अधिकारियों ने बुला कर उनका बयान दर्ज किया है. लेकिन जब हजारीबाग में जांच पूरी हुई और पूछताछ में सवालों का जवाब स्कूल के प्रिंसपल और उप प्राचार्य नहीं दे सके तो उन्हे गिरफ्तार कर लिया.