पलामू : झारखंड और बिहार शराब माफियाओं के इंटरनेशनल रैकेट का बड़ा केंद्र बन गया है. शराब माफिया झारखंड में शराब डंप कर बिहार में सप्लाई करते हैं. इस खेल में शराब की तस्करी के लिए फर्जी परमिट भी तैयार किए जा रहे हैं. दरअसल, पलामू पुलिस की कार्रवाई में 56 लाख की अवैध शराब जब्त की गई. शराब की यह बड़ी खेप गोवा से भूटान जा रही थी. खेप के साथ पुलिस ने उत्तर प्रदेश के एक तस्कर को भी गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार तस्कर से पूछताछ और शराब के कागजात की जांच के बाद कई खुलासे हुए हैं.
शराब तस्कर फर्जी ट्रांसपोर्ट परमिट तैयार कर रहे हैं. यह परमिट गोवा में तैयार किया जा रहा है. तस्करी के आरोप में गिरफ्तार उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ निवासी जितेंद्र यादव ने उत्पाद विभाग और पुलिस को कई अहम जानकारियां दी हैं. जितेंद्र ने उत्पाद विभाग और पुलिस को बताया है कि एक बड़ा रैकेट सक्रिय है जो फर्जी तरीके से परमिट तैयार कर रहा है.
शराब माफियाओं के अंतरराष्ट्रीय रैकेट में कौन-कौन शामिल
पुलिस और उत्पाद विभाग की कार्रवाई में शराब माफियाओं के अंतरराष्ट्रीय रैकेट से जुड़े नाम सामने आए हैं. पलामू पुलिस के अनुसार, झारखंड के जमशेदपुर के सीतारामडेरा निवासी नीरज कुमार, प्रकाश राम, बिहार के गया के डुमरिया निवासी बसंत गुप्ता उर्फ भंडारी पूरे रैकेट को चलाते हैं. यह रैकेट झारखंड में अवैध शराब का डंप इकट्ठा कर बिहार के इलाके में सप्लाई करता है. यह रैकेट झारखंड-बिहार के सीमावर्ती इलाकों में स्प्रिट के जरिए नकली शराब तैयार कर तस्करी करता है.
“शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई जारी है. कार्रवाई के दौरान कई बातों की जानकारी मिली है, तस्कर झारखंड और बिहार के इलाकों को निशाना बना रहे हैं. फर्जी परमिट और नकली शराब की जानकारी भी सामने आई है. शराब के परिवहन के लिए फर्जी परमिट की जानकारी पहले भी सामने आ चुकी है. सीमावर्ती इलाकों पर खास नजर है, जबकि पूरे नेटवर्क के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है.” – संजीत देव, उत्पाद अधीक्षक, पलामू
“उत्तर प्रदेश निवासी जितेंद्र यादव ने पुलिस को कई जानकारियां दी हैं. शराब की खेप फर्जी परमिट के जरिए गोवा से भूटान जा रही थी. इस मामले में नीरज कुमार, प्रकाश राम और बसंत गुप्ता उर्फ भंडारी का नाम सामने आया और प्राथमिकी दर्ज की गई है.” – श्रीराम शर्मा, थाना प्रभारी, चैनपुर
तस्करी के लिए तैयार की जा रही नकली शराब, बिहार में खपाने की योजना
माफियाओं द्वारा नकली शराब भी तैयार की जा रही है. गोवा से भूटान जा रही शराब की जो खेप पकड़ी गई है, वह भी नकली है. 14400 शराब की बोतलों की कीमत करीब 56 लाख रुपये है. पिछले दो वर्षों के दौरान झारखंड बिहार सीमा क्षेत्र में हुई कार्रवाई के दौरान नकली शराब के नेटवर्क का भी पर्दाफाश हुआ है. एक पखवाड़ा पहले झारखंड बिहार सीमा पर हजारों लीटर स्प्रिट पकड़ी गई थी, स्प्रिट से नकली शराब तैयार करने की योजना थी. 2023 के बाद झारखंड बिहार सीमा क्षेत्रों में 50 हजार लीटर से अधिक स्प्रिट बरामद की गई है. पुलिस और आबकारी विभाग के आंकड़े अलग-अलग हैं. 2023-24 में आबकारी विभाग ने 20185 लीटर अवैध स्प्रिट जब्त की, जबकि 2025 में अब तक 22 हजार लीटर जब्त की गई है.