देवघर : गोड्डा के बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और उनके समर्थकों पर देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम थाना में FIR दर्ज की गई है। यह प्राथमिकी (FIR) पंडा समाज के वरिष्ठ समाजसेवी कार्तिक ठाकुर ने 7 अगस्त, गुरुवार को दर्ज कराई थी। दुबे और उनके समर्थकों पर आरोप है कि उन्होंने जबरन मंदिर में प्रवेश किया, जिससे मंदिर की व्यवस्था में बाधा उत्पन्न हुई। इस मामले के बाद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी कि वह शनिवार को देवघर पहुंचेंगे और नगर थाने में अपनी गिरफ्तारी देंगे।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना 2 अगस्त की है, जब सावन के महीने में सांसद मनोज तिवारी कांवड़ लेकर देवघर के बैद्यनाथ धाम मंदिर पहुंचे थे। उन्होंने सुल्तानगंज से जल लेकर 105 किलोमीटर की यात्रा पूरी की थी। उनके स्वागत के लिए स्थानीय सांसद निशिकांत दुबे भी उनके साथ मौजूद थे। ठाकुर ने बताया कि 2 अगस्त की शाम को जब दोनों सांसद मंदिर पहुंचे, तो निशिकांत दुबे और उनके समर्थक निकास द्वार से जबरन मंदिर के अंदर घुसने लगे।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि जब सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो वे उनसे भी भिड़ गए और नियमों का उल्लंघन करते हुए गर्भगृह की ओर चले गए। इस घटना से मंदिर में भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई और कुछ समय के लिए पूजा-अर्चना भी बाधित हुई। उन्होंने सवाल उठाया कि जब किसी भी VIP को निकास द्वार से प्रवेश की अनुमति नहीं है, तो सांसदों को कैसे जाने दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन ने इस मामले का संज्ञान नहीं लिया, जिसके बाद उन्होंने स्वयं FIR दर्ज कराई।
निशिकांत दुबे और भाजपा का पक्ष
इस मामले पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि वह शनिवार को देवघर आएंगे और मंदिर में की गई शिकायत को लेकर नगर थाने में अपनी गिरफ्तारी देंगे। उनके इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी निशिकांत दुबे का समर्थन किया है और इन आरोपों को अधिकारियों की निजी दुश्मनी बताया है।
