इटावा (कोटा) : जिले के बूढ़ादीत क्षेत्र से गुजर रहे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर चंबल नदी के पास भयंकर सड़क हादसा हुआ. इसमें टेंपो ट्रेक्स गाड़ी और अज्ञात वाहन की टक्कर हो गई. भिड़ंत इतनी जबरदस्त थी कि टेंपो ट्रेक्स गाड़ी चकनाचूर हो गई. हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और 6 घायल हो गए. मृतक करौली के रहने वाले थे. ये मध्य प्रदेश के इंदौर से गोद भराई की रस्म के बाद करौली लौट रहे थे. हादसे के बाद ड्राइवर फरार हो गया.
बूढ़ादीत थाना अधिकारी रघुवीर सिंह हाड़ा ने बताया कि करौली का परिवार अपने रिश्तेदारों के साथ गोद भराई के लिए गाड़ी से इंदौर गया था. गोद भराई की रस्म के बाद ये लोग इंदौर से करौली लौट रहे थे. तभी बूढ़ादित के पास 8 लेन के एक्सप्रेसवे पर अज्ञात वाहन और टेंपो ट्रेक्स की टक्कर हो गई. हादसा स्थल पर चीख पुकार मच गई. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक ने बाद में दम तोड़ा. दुर्घटना की सूचना मिलने पर स्वर्णकार समाज कोटा के लोग भी अस्पताल पहुंचे थे. उन्होंने पीड़ित परिवार की मदद भी की है.
तीन की मौके पर मौत : घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचे बूढ़ादीत थाने के हेड कांस्टेबल शेर मोहम्मद ने बताया कि दो वाहनों में भिड़ंत का मामला है, लेकिन मौके पर एक वाहन मौजूद नहीं था. वहां मिला टेंपो ट्रैक्स वाहन पीछे से अन्य वाहन में घुसा. इसके चलते पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया. दुर्घटना में सुरेश सोनी, गीता सोनी और अनिल की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि बृजेश को देईखेड़ा अस्पताल से कोटा रेफर किया गया, जहां रास्ते में दम तोड़ दिया. मामले की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची. एक्सप्रेसवे की एंबुलेंस भी आई, जिससे घायलों व मृतकों को तत्काल पास के बूंदी जिले के देईखेड़ा अस्पताल ले गए. गाड़ी में बच्चों को मिलाकर करीब 15 लोग सवार थे. जिनमें प्रीतिका, सानिया, कनिषा, तनुज, संजू, सीमा, प्रमोद, मनोज व ममता घायल हुए हैं.
घायल कोटा रेफर : थानाधिकारी रघुवीर सिंह हाड़ा ने बताया कि घायलों को दहीखेड़ा से कोटा एमबीएस रेफर कर दिया है. दुर्घटना कैसे हुई, इसकी पूरी जांच की जाएगी. जिस वाहन में सवार लोगों की मौत हुई है, वह पीछे से अन्य वाहन में घुसी है, लेकिन कारण क्या रहे हैं, यह जांच का विषय है.सिंह ने बताया कि अज्ञात वाहन की भी पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है.
एक ही परिवार के चार लोगों की मौत : दुर्घटना में शामिल सभी लोग एक ही परिवार के हैं. यह लोग सगाई समारोह का रोका करने के लिए गए थे. इसमें मृतक अनिल और बृजेश सगे भाई हैं. मूल रूप से करौली के निवासी हैं. इस दुर्घटना में उनकी मां गीता सोनी की भी मौत हो गई है. जबकि उनके बहनोई सुरेश सोनी का भी देहांत इसमें हुआ है. अनिल और बृजेश ज्वैलर है, वह करौली में ही व्यवसाय करते हैं. जबकि सुरेश अध्यापक है और भरतपुर निवासी है. जबकि इस दुर्घटना में गंभीर घायल संजय सोनी भी मृतक अनिल के बहनोई हैं.
दूल्हा चला गया था सीधा बेंगलुरु : सॉफ्टवेयर इंजीनियर ऋतिक की सगाई इंदौर निवासी युवती के साथ हुई है, वह भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. दोनों बेंगलुरु में ही जॉब करते हैं. इनका परिवार सगाई समारोह के लिए करौली से इंदौर गया था, जहां पर ऋतिक भी सीधा बेंगलुरु से ही पहुंचा था. सगाई समारोह (रोका) व गोद भराई की रस्म के बाद ऋतिक इंदौर से ही वापस बेंगलुरु लौट गया. हालांकि दुर्घटना में उसके पिता, चाचा, फूफा और दादी की मौत हो गई है. वहीं दूसरे फूफा संजय सोनी गंभीर रूप से घायल हैं. जिनका कोटा के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस ने इन चारों शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया है.
