बड़ी खबर : कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने गुरुवार को मंडला जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र और मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार द्वारा लोगों को दिए गए अधिकार को बीजेपी सरकार ने छीन लिया है. और किसानों को उनका हक नहीं दे रही है.
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी की मध्य प्रदेश के मंडला में सभा को संबोधित करते हुए एमपी में बीजेपी सरकार और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. वहीं, प्रियंका गांधी ने आज नई घोषणा का भी ऐलान किया. सभा के दौरान जब प्रियंका भाषण दे रही थीं और कहा कि मंडला-जबलपुर की सड़क दस साल से नहीं बनी है. उसी दौरान सभा से एक उत्साहित लड़के ने चिल्लाया, ‘वो भी ढ़ंग से नहीं बनी’…..तभी ये बात सुनकर प्रियंका मुस्कुराए बिना नहीं रह सकीं….. और आंख मारते हुए बोलीं, ‘आप आ जाइए न मंच पे’…इसके बाद सभा में काफी देर तक ठहाके लगे.
बता दें कि प्रियंका गांधी का आंख मारने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है और प्रियंका गांधी के आंख मारने की बात की खूब चर्चा हो रही है. बता दें कि इसके पहले राहुल गांधी ने भी संसद की कार्यवाही के दौरान आंख मारी थी. राहुल गांधी के आंख मारने की चर्चा लगातार होती रहती है. वह संसद की कार्यवाही के दौरान पीएम मोदी से गले मिले थे और उसके बाद अपनी सीट पर जाने के बाद आंख मारी थी.
इस अवसर पर प्रियंका गांधी ने अपनी दादी इंदिरा गांधी को याद करते हुए बीजेपी पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार की हर योजना में भ्रष्टाचार हो रहा है. आदिवासियों को जूता-चप्पल-छाता देना बंद कर दें, लेकिन सरकार आदिवासियों को अधिकार दे. उन्होंने कहा कि 225 महीने की इस सरकार में 250 घाटाले हुए हैं.
छात्रों को पैसा देने का किया ऐलान
प्रियंका गांधी ने आज सभा में कहा कि कक्षा एक से 8 वीं तक के छात्रों को 500 रु मिलेंगे. कक्षा 9 वीं से 10 वीं तक के छात्रों को 1000 रु मिलेंगे. वहीं, कक्षा 11 वीं से 12 वीं तक के छात्रों को 1500 रु मिलेंगे. मध्य प्रदेश में कक्षा 1 से 12 तक के 92.45 लाख बच्चों छात्रवृत्ति देने की आज घोषणा की. इस पर ₹648.80 करोड़ खर्च होंगे. यह शायद देश की सबसे बड़ी स्कूली बच्चों की छात्रवृत्ति योजना है.
मध्य प्रदेश में 1-8 तक की कक्षा में 67.53 लाख बच्चे हैं. इनमें छात्र 33.36 लाख हैं और छात्राएं 34.17 लाख हैं. इन्हें हर माह ₹500 देने की घोषणा की गई है. इन पर ₹337.65 करोड़ खर्च होंगे. उसी तरह से 9-10 कक्षा में 14.53 लाख कुल बच्चे हैं. इन्हें हर माह ₹1000 देने की घोषणा की गई है, जिन पर ₹145.30 करोड़ खर्च होंगे. इसी तरह से 11-12 वीं कक्षा के बीच 10.39 लाख कुल बच्चे हैं. इन्हें हर माह ₹1500 देने की घोषणा की गई है. इसमें हर माह ₹165.85 करोड़ खर्च होंगे.
हर माह में 648 करोड़ की छात्रवृत्ति का ऐलान
यानी हर माह कक्षा 1 से 12 तक के 92.45 लाख बच्चों को हर माह ₹648.80 करोड़ की छात्रवृत्ति देने की योजना है. अतिथि शिक्षकों को परमानेंट करेंगे और इस स्कीम के माध्यम से बच्चों को स्कूल में रोकने की कोशिश करेंगे.
क्योंकि कक्षा 8 के बाद लगभग 60% बच्चें स्कूल छोड़ देते है. इनमें एससी / एसटी वर्ग के बच्चे सबसे ज्यादा होते हैं. राजनीतिक विश्लेषक इसे लाडली बहना योजना से ज्यादा इफेक्टिव और जरूरी योजना बता रहे हैं.