ट्रेन में पत्थरबाजी के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। शुक्रवार को देर रात एक बार फिर चक्रधरपुर रेल मंडल के राउरकेला क्षेत्र में साउथ बिहार एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 13287 में पत्थरबाजी की घटना सामने आई। इस घटना में एसी कोच के शीशे टूट गए जिसकी वजह से अंदर बैठे यात्री डर गए। बाद में चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन में टूटे कांच की मरम्मत कराई गई।
चक्रधरपुर। चक्रधरपुर रेल मंडल के राउरकेला क्षेत्र में एक बार फिर ट्रेन पर पत्थरबाजी की घटना सामने आई है। इस बार दुर्ग से आरा तक चलने वाली साउथ बिहार एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 13287 को अज्ञात असामाजिक तत्वों ने निशाना बनाया।
शुक्रवार देर रात हुई पत्थरबाजी की घटना
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात को बंडामुंडा रेलवे स्टेशन के पास इस ट्रेन पर पत्थरबाजी की गई। इस हमले में बी-4 कोच की 71 नंबर बर्थ का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी यात्री को चोट नहीं आई।
बंडामुंडा स्टेशन में प्रवेश करने दौरान शुरू हुई पत्थरबाजी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही ट्रेन राउरकेला रेलवे स्टेशन से आगे बढ़ी और बंडामुंडा स्टेशन में प्रवेश करने वाली थी, तभी अचानक पत्थरबाजी शुरू हो गई। इससे एसी कोच के शीशे टूट गए और अंदर बैठे यात्री डर गए। स्थिति इतनी भयावह हो गई कि कुछ समय के लिए भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। हालांकि, थोड़ी देर बाद स्थिति सामान्य हो गई।
चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन में हुई ट्रेन की मरम्मत
- घटना के बाद ट्रेन को सुरक्षा कारणों से कुछ देर के लिए रोका गया, लेकिन रेलवे अधिकारियों ने सतर्कता बरतते हुए ट्रेन को जल्द ही आगे बढ़ाने का निर्णय लिया।
- जब ट्रेन चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन पहुंची तो क्षतिग्रस्त कोच के शीशे की मरम्मत की गई, जिसके बाद ट्रेन को आगे की यात्रा के लिए रवाना किया गया।
48 घंटे में दूसरी घटना, यात्रियों में असुरक्षा का माहौल
गौरतलब है कि बीते 48 घंटों में यह दूसरी बार है जब किसी ट्रेन को निशाना बनाया गया है। इससे पहले वंदे भारत एक्सप्रेस पर भी पत्थरबाजी की घटना हो चुकी है। लगातार हो रही इन घटनाओं से यात्रियों में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है।
पत्थरबाजी को रोकना रेलवे के लिए बना चुनौती
- लगातार हो रही इन घटनाओं से रेलवे सुरक्षा एजेंसियों के सामने नई चुनौती खड़ी हो गई है। अब तक न तो किसी आरोपी की गिरफ्तारी हुई है और न ही पत्थरबाजों की पहचान हो पाई है।
- रेलवे प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या ठोस कदम उठाएंगी, यह देखने वाली बात होगी।
- यात्रियों की मांग है कि रेलवे प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर जल्द से जल्द ठोस कार्रवाई करे और ट्रेन के सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाए, जिससे यात्री बिना किसी डर के यात्रा कर सकें।