कंपनी का जमशेदपुर स्टील प्लांट भारत में रिस्पॉन्सिबलस्टील प्रमाणन प्राप्त करने वाला पहला प्लांट था
रिस्पॉन्सिबलस्टील इस्पात उत्पादकों के लिए एक वैश्विक बहु-हितधारक मानक और प्रमाणन कार्यक्रम है
मुंबई : टाटा स्टील सस्टेनेबल इस्पात उत्पादन में अग्रणी भूमिका निभा रही है जहाँ इसके कलिंगानगर और मेरामंडली प्लांट को प्रतिष्ठित रिस्पॉन्सिबलस्टीलTM प्रमाणन प्राप्त हुआ है। 2022 में प्रमाणन प्राप्त करने वाले पहले भारतीय इस्पात संयंत्र के रूप में जमशेदपुर की ऐतिहासिक उपलब्धि के बाद, यह कंपनी की सस्टेनेबिलिटी यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। भारत में, टाटा स्टील का अब 90% से अधिक इस्पात उत्पादन रिस्पॉन्सिबलस्टीलTM प्रमाणित साइटों से होता है।
जमशेदपुर में तीन सुविधाओं – स्टील वर्क्स, ट्यूब्स डिवीजन और कोल्ड रोलिंग मिल (बारा) को अक्टूबर 2022 में प्रमाणन प्रदान किया गया था। कलिंगानगर और मेरामंडली प्लांट्स को शामिल करना कंपनी के जिम्मेदार व्यावसायिक अभ्यासों और पर्यावरण प्रबंधन के प्रति समर्पण की पुष्टि करता है।
रिस्पॉन्सिबलस्टीलTM इस्पात उद्योग की पहली वैश्विक बहु-हितधारक मानक और प्रमाणन पहल है जो जलवायु परिवर्तन, विविधता,
मानवाधिकार और अन्य चुनौतियों का समाधान करके एक सस्टेनेबल इस्पात उद्योग के निर्माण की दिशा में इस्पात उत्पादकों, उपभोक्ताओं और मध्यस्थता करनेवालों के साथ काम करती है।
टाटा स्टील के सीईओ और एमडी टी. वी. नरेंद्रन ने कहा: “हमारी साइटों के लिए रिस्पॉन्सिबलस्टील प्रमाणन टाटा स्टील की सस्टेनेबिलिटी के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। यह स्टील उद्योग की उभरती चुनौतियों का समाधान करने और बेहतर कल को संवारने के प्रति हमारे सक्रिय दृष्टिकोण को दर्शाता है। मैं इस मील के पत्थर को हासिल करने में उनके प्रयासों के लिए रिस्पॉन्सिबलस्टील टीम, ऑडिटर्स, एश्योरेंस पैनल और टाटा स्टील की टीम की ईमानदारी से सराहना करता हूं। हम 2025 तक भारत में अपने सभी मौजूदा स्टीलमेकिंग साइटों को प्रमाणित करने के अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर हैं।”
रिस्पॉन्सिबलस्टील की सीईओ एनी हेटन ने कहा कि, “इन दो नए साइट प्रमाणन के लिए ऑडिट प्रक्रिया के साथ, टाटा स्टील ने अपनी सामाजिक और पर्यावरणीय जिम्मेदारियों को खुलकर आगे बढ़ाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है। ऑडिट के दौरान, दोनों साइटों की जीएचजी उत्सर्जन में कमीं लाने की रणनीतियों और जल प्रबंधन कार्यक्रमों को उनकी मजबूत प्रक्रिया के लिए रेखांकित किया गया। रिस्पॉन्सिबलस्टील मानक किसी साइट के पर्यावरणीय प्रभावों को प्रबंधित करने से कहीं बढ़कर है, और इसका उद्देश्य साइट के श्रमिकों और स्थानीय समुदायों का हित सुनिश्चित करने के लिए साइटों का समर्थन करना है।
एनी ने आगे कहा, “टाटा कलिंगानगर ने अतीत में विरोध और स्थानीय लोगों के स्थानांतरण के बाद समुदाय के साथ काम करने के लिए निरंतर दृढ़ संकल्प प्रदर्शित किया है, और टाटा स्टील मेडिका अस्पताल तथा लोयोला स्कूल के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण आवास और बेहतर स्वास्थ्य एवं शिक्षा प्रदान करने की दिशा में काम किया है। इसी प्रकार, मेरामंडली साइट पर कई बाहरी हितधारकों के साथ साक्षात्कार में उन्होंने समुदाय के प्रति साइट की प्रतिबद्धता को दर्शाया है और श्रमिकों ने टाटा द्वारा साइट अधिग्रहण के बाद बेहतर स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रक्रियाओं के बारे में बताया।स्टील मेकिंग एक जटिल और खतरनाक प्रक्रिया मानी जाती है, और भविष्य के जोखिम को कम करने के लिए स्वास्थ्य और सुरक्षा को लगातार बेहतर बनाने की दिशा में साइट और कंपनी की प्रतिबद्धता की काफी सराहना की गई। कुल मिलाकर, दोनों साइटें रिस्पॉन्सिबलस्टील प्रमाणन कार्यक्रम के माध्यम से निरंतर प्रगति करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसे देखकर ऑडिटर काफी प्रभावित हुए।” टाटा स्टील भारत से रिस्पॉन्सिबलस्टील™ की पहली सदस्य थी और अपनी विभिन्न साइटों के लिए रिस्पॉन्सिबलस्टील™ फ्रेमवर्क के तहत मूल्यांकन प्रकिया से गुज़र रही है। रिस्पॉन्सिबलस्टील™ प्रमाणन प्रक्रिया में एक स्वतंत्र बाहरी मूल्यांकनकर्ता द्वारा प्रमुख नीतियों और साइट के कामकाज की विस्तृत समीक्षा शामिल है।