आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में 22 पुरुष और 7 महिलाएं शामिल हैं।नारायणपुर जिले के पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि नक्सलियों द्वारा सरेंडर का सबसे बड़ा कारण जिले में चलाए जा रहे विकास कार्य है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र के नक्सलियों को क्षेत्र में तेजी से बन रही सड़कें तथा गावों तक पहुंचती विभन्न सुविधाओं ने प्रभावित किया है…
नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में कुतुल एरिया कमेटी के 29 नक्सलियों ने नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार के सामने सरेंडर कर दिया। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में 22 पुरुष और 7 महिलाएं शामिल हैं। नारायणपुर जिले के पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि नक्सलियों द्वारा सरेंडर का सबसे बड़ा कारण जिले में चलाए जा रहे विकास कार्य है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र के नक्सलियों को क्षेत्र में तेजी से बन रही सड़कें तथा गावों तक पहुंचती विभन्न सुविधाओं ने प्रभावित किया है, जिस कारण उनका नक्सली संगठन के विचारों से मोहभंग हो रहा है।
25,000 रुपए का इनाम चेक
आत्मसमर्पण करने पर सभी माओवादियों को 25,000 रुपये का इनाम चेक दिया गया और आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली पुनर्वास नीति के तहत उपलब्ध सभी लाभ प्रदान किए जाएंगे। 2024 के बाद से, नारायणपुर में विभिन्न रैंकों के 71 से अधिक माओवादी कैडरों ने आत्मसमर्पण किया है, 60 से अधिक माओवादी मारे गए हैं, और 50 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया है, जिससे माओवादी संगठन कमजोर हो गया है। अबूझमाड़ क्षेत्र में विकास, सुरक्षा और शांति का सपना जल्द साकार होगा।
#WATCH | Narayanpur, Chhattisgarh | 29 naxals of the Kutul Area Committee surrendered before Narayanpur SP, Prabhat Kumar.
The surrendered naxals include 22 men and 7 women. (29.01) pic.twitter.com/aoPfYuPZmw
— ANI (@ANI) January 30, 2025
नक्सलियों के लिए क्या बोले SP?
एसपी प्रभात कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि घर, रोजगार और सुरक्षा प्रदान करने वाली सरकार की पुनर्वास नीति ने इन व्यक्तियों को आत्मसमर्पण के लिए आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने अन्य माओवादियों से, जो अभी भी आंदोलन का हिस्सा हैं, अपने रुख पर पुनर्विचार करने और मढ़ में अपनी जड़ों की ओर लौटने की अपील की, जहां वे शांति से रह सकते हैं और अपने समुदाय के कल्याण में योगदान दे सकते हैं।