चंडीगढ़। हरियाणा के नूंह जिले में खनन माफिया सरकारी तंत्र को धत्ता बताकर खनन कार्य में जुटे हुए है, आज जब एक डीएसपी ने खनन माफिया के रास्ते में दीवार बनना चाह तो उस पर गाड़ी चढ़ाकर कुचल डाला; जिससे डीएसपी की मौके पर ही मौत हो गई। डीएसपी सुरेंद्र सिंह की मौत के बाद पूरे क्षेत्र में माफिया की दहशत बढ़ गई है। ठीक इसी तरह की घटना मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में हुई थी, जब खनन माफिया के गुर्गे ने डीएसपी को कुचलकर मार दिया था। यह घटना गुरुग्राम से सटे नूंह जिले के तावडू थाना क्षेत्र के गांव पचगांव की है। गांव से सटी अरावली की पहाड़ी पर अवैध रूप से खनन किए जाने की सूचना डीएसपी (तावडू) सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को मिली थी।
हिसार के रहने वाले थे डीएसपी
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह 11 बजे डीएसपी अपनी टीम के साथ पहुंचे। पुलिस टीम को देखकर पहाड़ी के पास खड़े डंपर, उसके चालक और खनन में लगे लोग भागने लगे। वाहन रोकने के लिए डीएसपी आगे आए तो डंपर चालक ने उनके ऊपर वाहन चढ़ा दिया। टायर के नीचे आने से डीएसपी की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद वह फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही एसपी नूंह वरुण सिंगला मौके पर पहुंचे हैं। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कई स्थानों पर दबिश दे रही है। डीएसपी मूल रूप से हिसार के रहने वाले थे।
कानून को चुनौती देते हुए हो रहा खनन का खेल
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अरावली की पहाड़ियों में खनन पर रोक लगा दी गई थी। इसके बाद खनन माफिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। कानून को चुनौती देते हुए लगातार खनन का खेल जारी रहा। सूत्र बताते हैं कि इस खेल में कई सफेदपोश भी शामिल हैं। अब डीएसपी की हत्या के बाद ऐसे ही कई सवाल उठ रहे हैं।
हरियाणा कांग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि यह एक दुखद घटना है। घटना राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति को दर्शा रही है। हर व्यक्ति अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है। सरकार सख्त कदम उठाए। खनन माफिया बेखौफ हैं। कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है। विधायकों को धमकाया जा रहा, पुलिस भी सुरक्षित नहीं है तो जनता कैसे सुरक्षित महसूस करेगी? सरकार को तेजी से कार्रवाई करने की जरूरत है।