जमशेदपुर : झारखंड सरकार ने देश के सर्वोच्च सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों यानी पद्म पुरस्कार के लिये राज्य से तीन नामों की अनुशंसा की है। इस सूची में गरीबों का मसीहा के रुप में प्रख्यात प्रख्यात चिकित्सक डॉ नगेंद्र सिंह का भी नाम शामिल है. 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर केंद्र सरकार की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली हस्तियों को पद्म सम्मान उसे नवाजा जाता है. पद्म पुरस्कारों के लिए लोगों के नए नामों का चयन कई तरीकों से किया जाता है इनमें से एक तरीका राज्य सरकारों द्वारा अपने राज्य के लिए केंद्र सरकार के पास की जाने वाली अनुशंसा का होता है. झारखंड सरकार के गृह कार्य एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से केंद्र सरकार को पद्म पुरस्कारों की अनुशंसा भेज दी गई है। झारखंड सरकार के गृह कार्य एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से पत्र संख्या-15/एम-02/2022 4820 के माध्यम से यह अनुशंसा की गई है।
राज्य सरकार में संयुक्त सचिव पूनम प्रभा पूर्ति ने झारखंड के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव आरके सिंह को यह पत्र भेजा है. पत्र में कहा गया है कि गणतंत्र दिवस, 2023 के अवसर पर पद्म पुरस्कार से सम्मानित किये जाने हेतु राज्य सरकार द्वारा निम्नांकित व्यक्तियों के नामों की अनुशंसा की गयी है।
- तपन कुमार पटनायक (नृत्य), 2. डॉ0 नागेन्द्र सिंह (चिकित्सा /समाज सेवा), 3. केडिया बंधु यानी मोरमुकुट केडिया व मनोज केडिया (संगीत). पत्र में यह भी गया है कि उक्त अनुशंसा से संबंधित विहित प्रपत्र / साईटेशन संलग्न करते हुए अनुरोध है कि लिये गये निर्णय से राज्य सरकार को अवगत कराने की कृपा की जाए. उक्त सभी नाम पद्मश्री के लिए अनुशंसित किए गए हैं. गंगा मेमोरियल अस्पताल, मानगो के संचालक डा सिंह केवल कोल्हान ही नहीं, बल्कि पड़ोसी बंगाल एवं ओडिसा के मरीजों के लिये साक्षात भगवान हैं। गरीबों के मसीहा के रुप में प्रख्यात डा सिंह अपनी माता के नाम पर हर साल नि:शुल्क आपरेशन शिविर लगाते हैं। ऐसे अनगिनत मरीजों का उन्होंने मुफ्त में इलाज किया है जिनके इलाज से दूसरे अस्पतालों ने हाथ खड़े कर लिये। एक महिला के पेट से 40 किलो की ट्यूमर उन्होंने निकाला था जिससे बाद में प्रधानमंत्री नेरंद्र मोदी ने भी मुलाकात की थी। उस महिला का आयुस्मान भारतके तहत डा सिंह ने इलाजकिया था।