Garhwa: गढ़वा में लगातार तेंदुए के हमले के बाद जिला प्रशासन की नींद खुली गढ़वा वन प्रमंडल पदाधिकारी, गढ़वा दक्षिणी वन प्रमंडल शशि कुमार ने लोगों से कुछ सावधानी बरतने की अपील की है साथ ही हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. उन्होंने बताया कि गढ़वा जिले के भंडरिया एवं रंका प्रखंड में विगत 6 दिनों में तेंदुआ के हमले से दो बच्चों एवं एक मवेशी की मौत हो गई है. 19 दिसंबर सोमवार की शाम करीब 5:30 बजे रंका प्रखंड के सेवाडीह गांव में एक 6 वर्ष की बच्ची का मौत तेंदुए के हमले में हो गई है. उन्होंने कहा कि वन विभाग तेंदुए को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. ऐसी परिस्थिति में तेंदुआ से जान-माल की सुरक्षा के लिए कुछ सावधानी बरतें।
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निम्नलिखित सावधानी बरतने की अपील…
(1) बच्चे और महिलाएं तेंदुए के=हमले का ज्यादा शिकार होते हैं. अतः महिलाएं घर से बाहर समूह में निकलें और बच्चों को अकेले न छोड़ें.
(2) सुबह या शाम के समय तेंदुआ के लिए चरम गतिविधि का समय होता है. अतः सुबह या शाम के समय किसी भी प्रयोजन के लिए घर से बाहर कम-से-कम चार-पांच व्यस्क व्यक्तियों के समूह में निकलें।
(3) वन क्षेत्रों में किसी जंगली जानवर को देखने पर उसका पीछा न करें या उसके पास जाने की कोशिश न करें।
(4) मवेशियों को जंगल या फसल के खेतों के पास चारागाह में ले जाने समय कम-से-कम चार-पांच व्यस्क व्यक्तियों के समूह में जाएं।
(5) मवेशियों के गले में ध्वनि उत्पन्न करने वाले उपकरण का प्रयोग करें।
(6) वन क्षेत्रों या झाड़ीनुमा क्षेत्रों में शाम या सुबह के समय शौच के लिए बाहर नहीं निकलें।
(7) अपने घरों के आस-पास रसोई का कचरा जमा न करें, क्योंकि यह आवारा कुत्तों को उस स्थान पर आमंत्रित करता है, जो बदले में तेंदुए की आवाजाही की संभावना बनाता है।
(8) घरों के पास की झाड़ी को साफ रखें एवं घर के बाहर एवं गलियों में प्रकाश की व्यवस्था रखें।
(9) नशे की हालत में अकेले घर से बाहर नहीं निकलें।
(10) कोई भी आपदा की परिस्थिति में या गढ़वा जिला के उक्त प्रखंडों एवं तटवर्ती क्षेत्रों में तेंदुए की भ्रमण की सूचना प्राप्त होने पर दूरभाष संख्या-
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