जमशेदपुर : सिखों के दसवें गुरु दशमेश पिता श्री गोविंद सिंह जी के जन्मदिवस पर निकाले गए नगर कीर्तन के अवसर पर गुरु गोविंद सिंह के त्याग और बलिदान पर आधारित कविवर गंगा प्रसाद कौशल द्वारा रचित 2000 रंगीन पुस्तकों का वितरण करा कर सरदार सरदूल सिंह ने सेवा का नया इतिहास रचा है। इससे पूर्व जब से नगर कीर्तन शहर में निकाला जा रहा है तब से विभिन्न सिख संगठनों, विभिन्न धर्मों के सामाजिक संगठनों एवं जमशेदपुर के व्यवसाई और छोटे उद्योगपतियों की ओर से नगर कीर्तन में शामिल स्कूली बच्चों, महिलाओं और वयस्कों को फल-फूल, मिठाई, बिस्किट, चॉकलेट इत्यादि बांटकर व चाय, कोल्ड ड्रिंक, ठंडा इत्यादि पिलाकर सेवा दी जाती थी। यह पहली बार है जब गुरु गोविंद सिंह के जन्मदिन पर उनके जीवन के बलिदान के सच्चे इतिहास पर आधारित पुस्तक ‘चमकौर की गढ़ी’ का वितरण किया गया।
इस पुस्तक का वितरण गोलमुरी में लगाए गए रामगढ़िया सभा के टेंट से किया गया। रामगढ़िया सभा के लोगों और सरदार सरदूल सिंह के परिवार के सदस्यों द्वारा यह पुस्तक वितरित की गयी। स्कूली छात्रों के अलावा यह पुस्तक स्कूल के टीचरों को भी दी गई और उनसे आग्रह किया गया कि इस पुस्तक को वे अपने स्कूल के पुस्तकालय में रखें। पुस्तक वितरण कार्यक्रम में रामगढ़िया सभा के अध्यक्ष सरदार अमरजीत सिंह सेमी, महासचिव सरदार केपीएस बंसल, अंकेक्षक संतोख सिंह सिंधु, सरदूल सिंह के परिवार से भतीजा राजपाल सिंह और पुत्र प्रितपाल सिंह आदि सम्मिलित हुए। सरदार सरदूल सिंह ने यह पुस्तक अपने दिवंगत पिता एवं सरदूल ऑटो वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक तथा समाजसेवी स्वर्गीय सरदार प्रीतम सिंह की स्मृति में वितरित कराई।