जमशेदपुर : श्री रामनवमी महोत्सव को लेकर जमशेदपुर की तमाम पूजा कमिटियों ने तैयारी शुरू कर दी है। वहीं टेल्को अंतर्गत खड़ंगाझार के सामुदायिक विकास स्कूल मैदान में रामनवमी पूजा को लेकर दो गुटों के समर्थक आमने सामने हैं। बीते तीन वर्षों से उस जगह भाजपा नेता अंकित आनंद निर्विवाद रूप से पूजा आयोजन कर रहे हैं। उनके पूजा कमिटी का नाम श्री बजरंग अखाड़ा समिति (ट्रस्ट) खड़ंगाझार है। वहीं इसी नाम से मिलते जुलते नाम और समान उद्देश्य की गैर निबंधित फ़र्ज़ी कमिटी बनाकर एक बड़े नेता के रिश्तेदार गणेश सोलंकी अपने समर्थकों संग पूजा आयोजन की तैयारियों में जुटे हैं। गणेश सोलंकी ने श्री श्री बजरंग अखाड़ा समिति, खड़ंगाझार नाम की कमिटी बनाकर पूजा आयोजन पर दावा किया है।
इधर श्री बजरंग अखाड़ा समिति ट्रस्ट ने इस विवाद को पूर्व नियोजित और राजनीतिक षड्यंत्र बताकर जिला प्रशासन के समक्ष लिखित शिकायत दर्ज करवाया है। श्री बजरंग अखाड़ा समिति ट्रस्ट के अंकित आनंद ने बताया की गणेश सोलंकी एवं समर्थकों को कई बार इस अपराध की पुनरावृत्ति रोकने की हिदायत दी जा चुकी है। इसके बावजूद पद एवं पॉवर का दुरूपयोग जारी है। कहा की ट्रस्ट के नाम, उद्देश्य, आयोजन स्थान का भ्रामक तरीके से दुरूपयोग कर एक समूह विशेष के लोग योजनाबद्ध तरीके से अवैध चंदा उगाही के कृत्य में संलग्न हैं। यह पूरे होश में किया जा रहा अपराध है। एक ओर गणेश सोलंकी आयोजन स्थान को सामुदायिक विकास मैदान कहते हैं, दूसरी ओर उनके ही करीबी रिश्तेदार ने मैदान में पैत्रिक संपत्ति का बोर्ड अधिस्थापित कर दिया है।
कुल मिलाकर दोनों ही पूजा कमिटियों के दावे के बीच आम जनता कंफ्यूजन और असमंजस की स्थिति में है। लोग सच जानते हैं लेकिन पॉवर के भय से सरेआम कुछ बोलने से घबरा रहे हैं। ट्रस्ट ने माँग किया की जिला प्रशासन इस आशय में त्वरित हस्तक्षेप करते हुए फ़र्ज़ी रसीदों को जब्त करे और सही-गलत का निर्णय कर पूजा आयोजन की औपचारिक अनुमति दे। श्री बजरंग अखाड़ा समिति ट्रस्ट ने इस मामले को लेकर एसएसपी, सिटी एसपी सहित अनुमंडल दंडाधिकारी व अन्य वरीय अधिकारियों से जाँच एवं कार्रवाई का निवेदन किया है। कहा की धन, बल और बाहुबल का सरेआम प्रयोग कर ठगी और फर्ज़ीवाड़ा को अंजाम दिया जा रहा है।
प्रशासन पिछले तीन वर्षों के आयोजन का रिकॉर्ड देखे तो झूठ और षड्यंत्र से पर्दा उठेगा। श्री बजरंग अखाड़ा समिति ट्रस्ट, खड़ंगाझार की ओर से अंकित आनंद ने कहा की यदि 3 दिनों के अंदर प्रशासन दोषियों पर कार्रवाई नहीं करेगी, तो इस मामले को लेकर सक्षम न्यायालय में परिवाद दायर करेंगे।