जमशेदपुर : मीडिया से बात करते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि लोग विधायक सी पी सिंह और बन्ना गुप्ता दोनों के साथ हुए घटना को एक साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं जबकि सीपी सिंह खुद थाना जाकर एफआईआर दर्ज़ किए और कहा की रात 1:30 बजे कॉल आया था मैने काट दिया।लेकिन दूसरी ओर मंत्री बन्ना गुप्ता का वीडियो वायरल हुआ तो वह इस मामले में पूरी तरह वो डिफेंस नजर आए। हालांकि बीजेपी ने तो शुरु से कहा है कि इस वीडियो की फॉरेंसिक जांच होनी चाहिए लेकिन यह जांच मंत्री बन्ना गुप्ता के पद पर रहते संभव नहीं है। जबकि मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस बात को स्वीकार भी किया है।
प्रतुल शहदेव ने कहा की मंत्री बन्ना गुप्ता ने प्रेस में यह बात भी कही है कि मैं तो कब से बोल रहा हूं कि मेरा मोबाइल फॉरेंसिंग जांच के लिए ले जाए लेकिन 3 दिन से कोई मेरा मोबाइल कोई एसपी लेकर नहीं जा रहा है और यह सच बात है कि कोई भी एसएसपी किसी मंत्री का मोबाइल जब्त कर फॉरेंसिक जांच में ले जाने की हिम्मत नहीं कर सकता। इसलिए पहले आप अपने पद से इस्तीफा दीजिए ताकि निष्पक्ष जांच हो सके और अपको नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना ही चाहिए।