जमशेदपुर : विश्व भोजपुरी विकास परिषद की बैठक गोबिंदपुर स्थित विवेक विद्यालय के समीप हुई, बैठक की अध्यक्षता करते हुए परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी ने बताया की भोजपुरी भी मजदूरी से कम नईखे लेकिन मजदूर मजदूरी तक सिमट जाता और भोजपुरी अपना घर तक सिमट जाता , भोजपुरी माटी के सम्मान और आपन सभ्यता खातिर एकजुट होेखे के परी और आपन भाषा के प्रदेश में दितीय राज्य भाषा के दर्जा खातिर आंदोलन के और तेज करे के परी, तबे हमनी के भाषा के सम्मान बचाए के प्रयास करी जा तभी सफलता मिल पाई अन्यथा हमनी के दुर्दशा के जिम्मेदार हमनी के होखब जा आवे वाला पीढ़ी जब सवाल करी त ज़बाब ना जुड़ी, बैठक में परिषद के महामंत्री मिथिलेश श्रीवास्तव ने कहा की जिस तरह से राजनेताओं ने भोजपुरी को उपेक्षित किया है उन्हे इसका माकूल ज़बाब देने का समय आ गया है,और इसकी शुरुआत गोबिंदपुर की जनता ने कर दिया है आपके द्वारा भोजपुरी परिवार का सर्वे होना और उसे धरातल पर उतारने का प्रयास निश्चित ही एक इतिहास होगा, और इसका असर आगामी राजनीतिक सर्वेक्षण में होगा की कौन विधानसभा में कितने भोजपुरिया परिवार है और उन्हें उनका सम्मान उनके सभ्यता संस्कृति को बचाए रखने का विश्वास नहीं मिलता है तब तक इस तरह के आंदोलन अन्वर्त जारी रहेगा। अन्य वक्ताओं में मुख्यत: कमलेश सिंह, मुन्ना चौबे, अप्पू तिवारी, जगदीश मिश्र ने अपने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन साहित्य परिसद के संजय पाठक सनेही जी द्वारा हुआ तो धन्यवाद ज्ञापन प्रदीप कुमार जी द्वारा हुई।
विश्व भोजपुरी विकाश परिषद की
गोविन्दपुर क्षेत्रीय इकाई कमिटी इस प्रकार है।….
अध्यक्ष – जगदीश मिश्र
संरक्षक – विजय यादव, कमलेश सिंह, अजय किशोर चौबे, शंकर प्रसाद
पवन कुमार सिंह, बलराम सिंह, जलेखा प्रसाद सिंह,
राजेन्द्र सिंह, जुगनू वर्मा, कामेश्वर पांडेय
उपाध्यक्ष – प्रमोद कुमार सिंह,प्रदीप कुमार सिंह, विकास सिंह
महासचिव -शंभुनाथ सिंह, वीर बहादुर सिंह
सचिव – उमा शंकर सिंह, राजीव दुबे, हिरालाल यादव, झुन्ना उपाध्याय
कोषाध्यक्ष : राजेश कुमार चौधरी
कानूनी सलाहकार
राजू सिंह अधिवक्ता
समेत अन्य को पदाधिकारी बनाया गया।
बैठक में मुख्य रूप से मनोकामना सिंह अजय, कमलेश सिंह, जेपी सिंह, जयशंकर प्रसाद, विनय चौबे, अमित सिंह, इंद्रजीत सिंह, रितिक चौबे, धर्मेंद्र कुमार मिश्रा, राजेश चौधरी, अजीत कुमार सिंह, समेत सैकड़ो लोग मौजूद रहे।