जमशेदपुर : सत्र 2022-2024 के इंटर प्रथम वर्ष के छात्रों ने झारखंड सरकार के द्वारा सुकन्या योजना के तहत छात्राओं ने अपना आवेदन शिक्षको से जांच करवा कर कॉलेज में जमा करवाया था. कॉलेज के कर्मचारी तानिया किशोर इस छात्रवृति का पूरा कार्य संभालती है. इसी वर्ष कल्याण विभाग के द्वारा वर्कर्स कॉलेज के इन कर्मचारियों को फटकार लगाई गई थी की समय रहते हुए कॉलेज के द्वारा छात्रवृति बाला फॉर्म कल्याण विभाग तक नहीं पहुंचा आनन फानन में जल्दी जल्दी छात्रों से संबंधित दस्तावेजों को कल्याण विभाग तक पहुंचाया गया।
लेकिन कुछ दिनों बाद कॉलेज में कुछ छात्रा पहुंची की मेरा छात्र वृति का पैसा नही आया है तो कॉलेज प्रबंधक ने जांच किया तो पता चला की 30 छात्राओं का फॉर्म कर्मचारी तानिया किशोर के अलमीरा में रखा हुआ था और इनका पेपर कल्याण विभाग तक नहीं पहुंच गया. अब यह मामला प्रकाश में आने के बाद कॉलेज प्रबंधन के द्वारा छात्रों को 2nd ईयर में छात्रवृति का फॉर्म भरने के लिए बोला जा रहा है ,आजसू छात्र संघ यह कहना चाहता है की 30 छात्राओं को छात्रवृति का 8000 रुपए नही मिलेगा आखिर गलती किसकी है ।
आजसू छात्र संघ के कोल्हान प्रभारी हेमंत पाठक ने कहा एक छात्रा को 8 हजार रूपए का छात्रवृति सरकार के द्वारा दिया जाता है ताकि उसकी पढ़ाई में कोई कठिनाई न हो लेकिन कॉलेज के गलती के कारण आज 30 छात्र अपने छात्रवृति से वंचित हो गई है इस हिसाब से 240000 रुपए छात्रों नही मिलेगा जिसका पूरा जिम्मेदारी तानिया किशोर एवं कॉलेज प्रबंधन का है इस मामला को कॉलेज प्रबंधन के द्वारा दबाने का प्रयास किया गया है , प्राचार्य के द्वारा कहा जा रहा है की छात्र ने सही पेपर जमा नही किया था , आजसू छात्र संघ जानना चाहता है की पेपर गलत है यह जानने में कॉलेज को 7 महीने लग गए ,कॉलेज प्रबंधन बिल्कुल झूठ बोल रहा है यह छात्र वृति का फॉर्म टीचर के द्वारा जांच करने के बाद खुद तानिया किशोर मैडम जांच करने के बाद जमा लेती है 1 या 2 लोगो का पेपर गलत हों सकता है लेकिन बाकी 28 लोगो का पेपर क्यों नही भेजा गया यह जांच का विषय है अगर दोषियों पर कार्यवाही नही होती है तो आजसू छात्र संघ जोरदार आंदोलन करने को बाध्य होगा।