जमशेदपुर : जमशेदपुर के टेल्को पुलिस द्वारा बीजेपी नेता और गौरक्षक अंकित आनंद को धार्मिक उन्मादी बताकर 107 का नोटिस थमाने की कार्रवाई के खिलाफ़ भारतीय जनता पार्टी ने विरोध जताया है। इस आशय में प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाडंगी अब अंकित के समर्थन में खुलकर सामने आये हैं। कुणाल षाडंगी ने टेल्को थाना की कार्यसंस्कृति पर सवाल उठाते हुए मनगढंत आरोपों से बचने का सुझाव दिया है। इस बाबत ट्वीट करते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने राज्य पुलिस मुख्यालय सहित जमशेदपुर डीसी और एसएसपी से मामले में अविलंब संज्ञान लेने की माँग की है। कुणाल षाडंगी की ट्वीट में कहा गया है की टेल्को पुलिस का कारनामा पौराणिक रूप से मनगढ़ंत उद्देश्य प्रतीत होता है। उन्होंने सवाल किया है कि वे कौन स्थानीय पुलिस अधिकारी हैं जो ऐसा गंदा खेल कर रहे हैं। जमशेदपुर पुलिस के एसएसपी को स्वयं जाँच करनी चाहिए। उन्होंने झारखंड सरकार के डीजीपी और जिला उपायुक्त से मामले में उचित पर्यवेक्षण सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है। प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता कुणाल षाडंगी ने कहा की टेल्को पुलिस के षड्यंत्रकारी और बेबुनियादी आरोपों से भाजपा कार्यकर्ता अंकित आनंद की सामाजिक मान प्रतिष्ठा को जो ठेस पहुंची है, उसके लिए उन्हें हर तरह से मुआवजा दिया जाना चाहिए। उधर जमशेदपुर महानगर भाजपा के जिलाध्यक्ष गुंजन यादव सहित पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार ने भी अंकित आनंद से मामले की जानकारी ली है और हर तरह से साथ का भरोसा दिया है। इस प्रकरण के सामने आने के बाद से ट्वीटर पर लोग टेल्को पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाकर जमकर ट्रोल कर रहे हैं। जिले के कई चर्चित पत्रकारों ने भी अंकित आनंद पर मिथ्या आरोप प्रेषण के मामले में टेल्को पुलिस की खुलकर आलोचना की है। वहीं अंकित आनंद के शुभचिंतकों द्वारा लगातार कल से ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर टेल्को पुलिस की कार्रवाई के विरुद्ध जमकर आलोचना कर रहे हैं। इधर कुणाल षाडंगी के समर्थन के बाद अंकित आनंद ने उन्होंने और पार्टी नेताओं के प्रति आभार जताया है।
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