बिहार:- नीतीश कुमार सरकार ने साल 2024 के लिए एकेडमिक कलेंडर लिस्ट जारी किया है। जिसमें इस बार रामनवमी, शिवरात्रि, जन्माष्टमी, रक्षाबंधन पर स्कूलों की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई हैं। इसके अलावा मकर संक्रांति, तीज, विश्वकर्मा पूजा और जितिया सहित दूसरे त्योहारों की छुट्टी को भी रद्द कर दिया गया है। वहीं ईद और बकरीद पर तीन-तीन का अवकाश दिया गया है। गांधी जयंती ही नहीं मजदूर दिवस की छुट्टी भी खत्म कर दी गई है। हां, पर आंबेडकर जयंती के दिन छुट्टी उर्दू स्कूलों और गैर उर्दू स्कूलों दोनों जगहों पर रहेगी। यही नहीं नए एकेडमिक कैलेंडर लिस्ट में गर्मी की छुट्टियां सिर्फ छात्रों को ही दी गई हैं। शिक्षक, प्रधानाध्यापक और दूसरे कर्मियों को स्कूल आना होगा। वो जरूरी शैक्षणिक कार्य और ऑफिस वर्क कंप्लीट करेंगे। शिक्षा विभाग ने मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में रविवार की जगह शुक्रवार को सरकारी छुट्टी भी घोषित की है।
हिन्दूओं के पर्व, त्यौहारों की छुट्टियों को रद्द करना हिन्दू विरोधी मानसिकता का परिचायक। pic.twitter.com/bxNJxp6fqe
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) November 28, 2023
मचा सियासी बवाल
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, सुशील मोदी, अश्विनी चौबे समेत बीजेपी के दिग्गजों ने सवाल खड़े कर दिए। इन्होंने सीएम नीतीश के इस फैसले को मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति करार देते हुए गजवा-ए-हिंद से तुलना कर दी है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “जिस तरह से लालू यादव और नीतीश सरकार हिंदुओं पर हमला कर रही है, भविष्य में उन्हें मोहम्मद नीतीश और मोहम्मद लालू के नाम से जाना जाएगा।”