जमशेदपुर। जमशेदपुर के बागबेड़ा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में छात्र-छात्राओं के मानसिक तथा बौद्धिक क्षमता के विकास हेतु मंगलवार को विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। इसमें वक्ताओं ने शिक्षा के महत्त्व विषय पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में शामिल भाजपा झारखंड के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि जीवन में सफलता प्राप्त करने और कुछ अलग करने के लिए सभी के लिए शिक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण साधन है। यह हमें जीवन के कठिन समय में चुनौतियों से सामना करने में सहायता करता है। तो वहीं, शिक्षण प्रक्रिया के दौरान प्राप्त किया गया ज्ञान प्रत्येक व्यक्ति को जीवन के प्रति आत्मनिर्भर और जिम्मेदार बनाता है। कुणाल षाड़ंगी ने शिक्षा के प्रति बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा के बिना एक आदमी बिना नींव के इमारत की भांति होता है। शिक्षा मानव जीवन का अभिन्न अंग है और जिसका हमारे जीवन में बहुत अधिक महत्व है। शिक्षा और ज्ञान न केवल व्यक्तिगत विकास के लिए आवश्यक है, बल्कि यह अर्थव्यवस्था के विकास के लिए भी आवश्यक है। आज नौकरी, व्यवसाय अथवा कोई अन्य काम को करने के लिए शिक्षा ही मूल आवश्यकता है। यदि हमें काम की जरूरत है तो सबसे पहले हमारी शिक्षा के बारे में पूछा जाता है। दुनिया के हर क्षेत्र में शिक्षा आवश्यक है। इससे पता चलता है, हमारे जीवन में शिक्षा का क्या महत्व है। कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि शिक्षा चरित्र निर्माण के साथ-साथ व्यक्तित्व निर्माण में भी आवश्यक भूमिका निभाती है। गोष्ठी में अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान कई छात्र-छात्राओं ने वक्ताओं से सीधे प्रश्न कर जानकारी प्राप्त की।
इससे पहले, मुख्य अतिथि कुणाल षाडंगी, विशिष्ट अतिथि जिला परिषद सदस्य डॉ कविता परमार, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर विद्यालय के अध्यक्ष अरविन्द कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष बिजय कुमार गुप्ता, प्रधानाचार्य रंजय कुमार राय व अन्य गणमान्य जनों के द्वारा विद्यादायिनी मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं द्वीप प्रज्वलित कर गोष्ठी की शुरुआत की गई। वहीं, विद्यालय की ओर से अतिथियों का अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया गया।
इस दौरान सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के सभी शिक्षक के साथ सैकड़ो छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।