Child Trafficking Gang: बच्चा चोरी के मामले में अभी तक तीन महिलाएं गिरफ्तार हुई हैं जो अस्पतालों में अटेंडर का काम करती थी। ये महिलाएं गिरोह के सदस्यों के माध्यम से चुराए गए बच्चों को 30 हजार से एक लाख रुपये तक में बेच देती हैं।
जमशेदपुर। Child Trafficking Gang: झारखंड के जमशेदपुर में बच्चा चोरी होने के मामला लगातार सामने आते रहा है। हाल ही में टाटा नगर स्टेशन से एक बच्चा चोरी का मामला सामने आया था। स्टेशन के पैदल पथ में सोए एक परिवार से आठ माह की बच्ची को दो अपराधियों ने चुरा लिया था। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए कुल तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने चौंकाने वाला खुलासा की है। पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
Child Trafficking : अस्पतालों में कार्यरत अटेंडर भी इस धंधे में शामिल
रेल पुलिस ने बुधवार को इस गिरोह (Child Trafficking) में संलिप्त बागबेड़ा के गांधी नगर निवासी 33 वर्षीय महिला वीणा देवी को गिरफ्तार किया है। इस दौरान रेल पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में यह बात सामने आई है कि शहर के कुछ निजी अस्पतालों में कार्यरत अटेंडर भी इस गिरोह में शामिल है। बच्चा चोरी के मामले में अभी तक तीन महिलाएं गिरफ्तार हुई हैं जो अस्पतालों में अटेंडर का काम करती थी। ये महिलाएं गिरोह के सदस्यों के माध्यम से चुराए गए बच्चों को 30 हजार से एक लाख रुपये तक में बेच देती हैं।
Child Trafficking : दूसरे राज्यों में बेचे जाते थे बच्चे
रेल पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि गिरोह के सदस्य बच्चों को चुरा कर दूसरे किसी राज्यों में बेच देते थे। यह गिरोह बंगाल में भी सक्रिय है। वहां से चुराए गए बच्चे को जमशेदपुर और यहां के बच्चे को बंगाल सहित अन्य राज्यों में बेचने का काम किया जाता था।
कहां कितने बच्चों की हुई Child Trafficking
रेल पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेते हुए गहन जांच कर रही है। पुलिस को अंदेशा है कि बच्चा चोरी (Child Trafficking) को लेकर यह गिरोह बीते कई सालों से काम कर रहा है। ऐसे में जांच में बड़ा खुलासा हो सकता है। पुलिस इस मामले में दो और अपराधियों को गिरफ्तार करने में जुटी हुई है। ताकि कितने बच्चों को कहां-कहां से चुराया और किन-किन लोगों को बेचा गया, इसका पता चल सकें।
टाटा नगर स्टेशन से पूर्व में भी हो चुकी है बच्ची की चोरी
टाटा नगर स्टेशन से पूर्व में भी एक छह माह की बच्ची की चोरी (Child Trafficking)हो गई थी। दो सितंबर 2022 को भी टाटा नगर स्टेशन से एक बच्ची की चोरी हो गई थी लेकिन उसकी खोज-खबर अभी तक नहीं मिल सकी है। इसके साथ ही, कुछ दिन पूर्व जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल व मानगो के एक नर्सिंग होम से भी बच्चा चोरी करने का मामला सामने आया था।