जमशेदपुर। टेल्को वर्कर्स यूनियन ने टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन पर कर्मचारियों के साथ-चाल चलने का आरोप लगाया है। यूनियन के उपाध्यक्ष आकाश दुबे, हर्षबर्धन ने कहा कि टाटा मोटर्स यूनियन 2017 की तरह एक बार फिर से बाईसिक्सकर्मियों से हस्ताक्षर करा रही है।
बाईसिक्सकर्मियों से हस्ताक्षर कराकर 2017 में स्थायीकरण के समय ई ग्रेड से जेओ ग्रेड में डालकर उनके वेतन में भारी कटौती किया गया था। लंबे समय से बाईसिक्स कर्मियों की 240 दिन ड्यूटी न हो पाए, इसके लिए उन्हें 230 या 232 दिन में ब्रेक दे दिया जाता है। जब पूरे देश में एक कानून है तो फिर यहां अलग निर्णय क्यों हो रहा है। पुणे की तरह यहां भी सभी बाईसिक्सकर्मियों को एक साथ पुराने ग्रेड में परमानेंट किया जाना चाहिए। साफ पता चलता है कि इस यूनियन के पास मजदूरों के लिए लड़ने का न तो समर्थ है और न ही इच्छा शक्ति । टेल्को यूनियन उनकी लड़ाई को पूरी ताकत से लड़ेगी और उनका हक दिलाने का पुरजोर प्रयास करेगी।