छात्रों को करायी जायेगी नीट, जेईई मेन, एडवांस व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी
जमशेदपुर : नेताजी सुभाष ग्रुप ऑफ एजुकेशन की ओर से सोमवार को नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के सभागार में आधिकारिक रूप से मार्गदर्शन क्लासेज़ का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मार्गदर्शन क्लासेज़ के विषय में अधिक जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति मदन मोहन सिंह ने बताया कि हमारा लक्ष्य हमेशा से ही शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों को हर संभव सुविधा और सहायता प्रदान करना रहा है। विगत कईं वर्षों से नेताजी ग्रुप ऑफ एजुकेशन स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर की शिक्षा सुविधाएं प्रदान कर रहा है। हमारे अथक प्रयासों का ही परिणाम है कि आज हमारे शिक्षण संस्थानों में कुल 14000 हज़ार से अधिक विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में नई पहल करते हुए आज से हम अपने एक ऐसे सपने को पूरा करने जा रहे हैं जो कि हमारी अब तक की सारी परियोजनाओं में सबसे महत्त्वपूर्ण है।
उन्होंने बताया कि भारत जैसे देश में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए किफायती दर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षकों तक विद्यार्थियों की पहुंच एक अत्यंत ही चुनौतीपूर्ण कार्य है। विद्यार्थियों की इसी समस्या के समाधान के लिए हमने मार्गदर्शन नाम के बैनर के तले मेडिकल, इंजीनियरिंग और दूसरी प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग क्लासेज़ की सुविधा उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है। हमारा लक्ष्य है कि जमशेदपुर शहर के विद्यार्थियों में उच्च शिक्षा को लेकर उनकी दुविधा और शहर से पलायन की उनकी मजबूरी से बाहर निकलने के लिए उन्हें एक सशक्त विकल्प उपलब्ध करवा सके।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति मदन मोहन सिंह ने बताया कि न्यूनतम फीस और मुफ्त यातायात की सुविधा के साथ मार्गदर्शन क्लासेज़ वर्त्तमान में प्रतियोगी क्षेत्र की तैयारी करने वाले सभी विद्यार्थियों को सबसे बेहतरीन सुविधाएँ उपलब्ध करवाएगा। हमारा सपना है कि नीट, जेईई मेन एवं एडवांस जैसी प्रतियोगी परिक्षाओं में मार्गदर्शन क्लासेज़ के विद्यार्थी कीर्तिमान स्थापित करे। इसके लिए हम हर संभव प्रयास करने के लिए तत्पर हैं और इस दिशा में हम आपका सहयोग चाहते हैं। कक्षा 9 से 12वीं तक के विद्यार्थी इस संस्थान में एक लक्ष्य के साथ आएंगे और उनके लक्ष्य को पूरा करेंगे हमारे प्रशिक्षित शिक्षक जो की देश के कोने-कोने से बुलाए गए हैं, ताकि हर विद्यार्थी को बेहतर से बेहतर शिक्षा मिल सके और उनका सही मार्गदर्शन किया जा सके।