loktantra savera news : पहले भोजपुरी स्टार पवन सिंह को आसनसोल से भाजपा का टिकट मिलना फिर 24 घंटे के अंदर पवन सिंह का टिकट को लौटा देना.. काराकाट लोकसभा से पवन का मैदान में निर्दलीय कूद जाना… ये लोगों में गले नहीं उतर रहा है…
काराकाट लोकसभा सीट से भोजपुरी सुपर स्टार पवन सिंह के चुनाव मैदान में उतरने से कई राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं। वहीं एआईएमआईएम की प्रियंका के आ जाने से एनडीए और इंडिया एलायंस के उम्मीदवारों की भी मुश्किलें बढ़ गई है। वहीं मतदान को लेकर अब क्षेत्र में सियासी हलचल भी तेज हो गई है।
दिग्गजों के मैदान में उतरने से बिहार की काराकाट संसदीय सीट हॉट सीट बनी हुई है। इस सीट पर एनडीए से पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा, इंडिया अलायंस से पूर्व विधायक राजाराम सिंह, निर्दलीय भोजपुरी स्टार पवन सिंह और एआईएमआईएम की प्रियंका चौधरी चुनाव मैदान में हैं। इसके अलावा शिक्षाविद् किरण प्रभाकर से लेकर कई तरह के सामाजिक-कार्यकर्ता चुनाव मैदान में है।
भोजपुरी स्टार पवन सिंह के चुनाव मैदान में आने से काराकाट लोकसभा काफी चर्चा में है। वहीं ए. ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) की प्रियंका चौधरी के चुनाव मैदान में आने से मुकाबला और दिलचस्प बन गया है। प्रियंका अति पिछड़ा निषाद समाज से आती हैं और उन्हें अपनी जाति के अलावा मुस्लिम मतदाताओं से समर्थन मिलने की उम्मीद हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि काराकाट संसदीय क्षेत्र में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या करीब 2.5 लाख और निषाद समाज के 1.5 लाख वोटर है। इसके अलावा अति पिछड़ों की भी अच्छी संख्या है।
प्रियंका चौधरी के चुनाव मैदान में आने से इंडिया अलायंस समर्थित भाकपा-माले प्रत्याशी राजाराम सिंह का एमवाई समीकरण बिगड़ सकता है। वहीं एनडीए समर्थित राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा के जदयू सपोर्टेड अतिपिछड़ा वोटों में भी सेंधमारी होने लगी है। जबकि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह की भी परेशानी बढ़ गई है।
वहीं एनबीटी की टीम काराकाट संसदीय क्षेत्र पहुंची तो लोगांे से अलग-अलग प्रतिक्रिया की। एक ग्रामीण ने 10 साल में देश में हुए विकास कार्याें को आधार मान कर वोट देने की बात कहीं, वहीं कुछ मतदाताओं ने धर्मनिरपेक्षता की नींव मजबूत करने की बात कहते हुए वोट देने की बात की। जबकि भोजपुरी सुपर स्टार के चुनाव मैदान में उतरने पर एक बुजुर्ग मतदाता ने कहा- पवन सिंह आएंगे तो वो ‘घरे में लुक’ जाएंगे, यानी अपने घर में छिप जाएंगे। कुछ ग्रामीणों ने कहा कि उनकी ओर से विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को मौका दिया गया, लेकिन क्षेत्र का अपेक्षित विकास नहीं हो सका। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि कुछ नेता सिर्फ जनता को ठगने का काम करते हैं, चुनाव में विजयी होने के बाद कभी गांव में वापस नहीं आते हैं।