लोकतंत्र सवेरा : जमशेदपुर के समाजसेवी रवि जयसवाल ने राज्य में सीएम, मंत्रियों और विधायकों के वेतन-भत्ते में वृद्धि पर राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि इस सरकार के पास गरीब, युवा, किसान और महिलाओं के लिए पैसे की कमी रहती है, लेकिन सत्ताधारियों एवं जनप्रतिनिधियों के लिए धन की वर्षा होने लगती है।
दरअसल, झारखंड कैबिनेट ने बीते बुधवार को सीएम, मंत्रियों, विधायकों, स्पीकर, पार्टी सचेतकों के वेतन-भत्ते में एकमुश्त भारी इजाफे का निर्णय लिया है. इस पर रवि जयसवाल ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को महीने के 80,000 रुपए, मंत्री और राज्यमंत्री को 65,000 रुपए तथा विधायकों को 40,000 रुपए कम पड़ जाते हों, वहीं झारखंड की आम जनता के भविष्य और जीवन यापन के लिए सरकार के पास पैसा नहीं है. ये कैसी विडंबना है।
मजदूरों की मजदूरी न बढ़ाकर, महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने में कदम न बढ़ाकर, गरीबों के बेहतर जीवन यापन की न सोचकर, बरोजगारों व राज्य के युवाओं के बारे में चिंता करने के बजाय राज्य सरकार सीएम, मंत्रियों और विधायकों के वेतन-भत्ते में वृद्धि और पीठ थपथपाने में लगी है।
श्री जयसवाल ने कहा कि आखिर राज्य सरकार के आंगन में लगा वो कौन सा पैसों का पेड़ है, जो सत्ताधारियों और जनप्रतिनिधियों के लिए ही धन की वर्षा करता है और सभी के वेतन में 20 हजार रुपए का इजाफा कर दिया जाता है।” लेकिन राज्य की जनता, बेरोजगार, युवा, महिला और गरीबों के हाल पर तरस तक नहीं आता है..??