लोकतंत्र सवेरा डेस्क : झारखंड में विधानसभा चुनाव समय से पहले अक्तूबर माह में हो सकता है। चुनाव दो या तीन चरणों में हो सकता है। भारत निर्वाचन आयोग तथा राज्य के मंत्रिमंडल निर्वाचन विभाग की तैयारियों से यह संभावना बन रही है।
विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने भारत निर्वाचन आयोग की टीम भी दो दिवसीय दौरे पर बुधवार को रांची पहुंची है। आयोग की टीम में वरीय उप निर्वाचन आयुक्त धर्मेंद्र शर्मा, वरीय उप निर्वाचन आयुक्त नितेश कुमार व्यास, प्रधान सचिव अरविंद आनंद आदि सम्मिलित हैं।
टीम ने रांची पहुंचने के बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार एवं अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। टीम द्वारा गुरुवार को पतरातू स्थित पतरातु पर्यटन विहार स्थित सभागार में राज्य में मतदाता सूची के द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2024 के तहत चल रहे कार्यों को लेकर सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ समीक्षा करेगी।
साथ ही विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करेगी। इधर, टीम के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट आगमन पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार, एसपीएनओ अमोल वी. होमकर, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी नेहा अरोड़ा के साथ रांची जिला के वरीय पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया।
पिछली बार पांच चरणों में हुआ था चुनाव….
वर्ष 2019 में झारखंड विधानसभा चुनाव पांच चरणों में हुआ था। बताया जाता है कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने इस बार दो या तीन चरणों में चुनाव कराना की अनुशंसा की है। समय से पहले चुनाव पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि इसका जवाब चुनाव आयोग ही दे सकता है।
हालांकि, उन्होंने कहा है कि विधानसभा के कार्यकाल समाप्त होने के छह माह पहले कभी भी चुनाव कराया जा सकता है। इधर, विधानसभा चुनाव को लेकर चल रहे मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत 25 जुलाई को मतदाता सूची का ड्राफ्ट का प्रकाशन करना है। उसपर आपत्तियां लेने के बाद 20 अगस्त को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा।
हरियाणा, महाराष्ट्र के साथ हो सकता है चुनाव….
समय से पहले विधानसभा चुनाव कराने की वजह यह भी है कि हरियाणा और महाराष्ट्र में सितंबर/अक्टूबर माह में विधानसभा का चुनाव होना है। साथ ही जम्मू कश्मीर में भी 30 सितंबर से पहले चुनाव कराने की कानूनी बाध्यता है। इन तीन राज्यों के साथ झारखंड में विधानसभा चुनाव कराने से समय और संसाधन की बचत होगी।